जवान रतन सिंह बीएसएफ में हेड कांस्टेबल के पद पर थे तैनात
जयपुर,संवाददाता : पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दो जवानों के बीच ड्यूटी के दौरान शनिवार रात कहासुनी हो गई। विवाद इस कदर बढ़ा कि एक जवान ने अपने ही साथी पर अंधाधुंध 13 राउंड फायरिंग कर दी। इस हमले में पांच गोलियां लगने से कालाडेरा क्षेत्र के खन्नीपुरा निवासी जवान रतनसिंह शेखावत की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस ने आरोपी जवान एस.के. मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया है। उसके कब्जे से रायफल भी जब्त की गई है। मृतक जवान रतन सिंह बीएसएफ में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात थे। उनकी पार्थिव देह सोमवार को उनके पैतृक गांव खन्नीपुरा पहुंचेगी। जैसे ही घटना की सूचना गांव में पहुंची, परिजनों पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा। पत्नी, बेटा-बेटी सहित पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव में भी शोक की लहर दौड़ गई है।
दो महीने पहले ही आए थे छुट्टी पर
परिजनों के अनुसार, रतन सिंह दो माह पूर्व एक माह की छुट्टी पर घर आए थे। उनका स्वभाव सरल, मिलनसार और हंसमुख था। वे जब भी छुट्टी पर आते थे, गांव के हर व्यक्ति से मिलते-जुलते थे। रतन सिंह की सेवानिवृत्ति में अभी तीन वर्ष शेष थे।
घटना से ठीक पहले परिजनों से हुई थी बातचीत
जवान के बेटे सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि पिता से प्रतिदिन बात होती थी। शनिवार रात करीब 9 बजे अंतिम बार बात हुई थी। उन्होंने हमेशा की तरह परिवार का हालचाल पूछा और कहा था कि ड्यूटी एक बजे तक है। परिजनों को यह अंदाजा भी नहीं था कि यह उनकी अंतिम बातचीत होगी। रतन सिंह एक बेटे और एक बेटी के पिता थे। उनके निधन की खबर मिलते ही बेटी की तबीयत बिगड़ गई, जिसे उपचार के लिए ले जाया गया। फिलहाल, दोनों जवानों के बीच विवाद का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है।