प्रशासन ने इसे बिहारी छात्रों के दो गुटों के बीच हुए झगड़े का परिणाम बताया है
भटिंडा,संवाददाता : पंजाब के गुरु काशी यूनिवर्सिटी में बिहार के छात्रों पर हुए हमले से हड़कंप मच गया है। हमलावरों ने चुन-चुनकर बिहारी छात्रों को निशाना बनाया, जिससे कई छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ छात्रों के सिर फट गए और कई की हड्डियां भी टूट गईं। घायल छात्रों ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मदद की गुहार लगाई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हमले का आरोप स्थानीय लोगों पर लगाया जा रहा है। हालांकि, यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इसे बिहारी छात्रों के दो गुटों के बीच हुए झगड़े का परिणाम बताया है। वहीं, घायल छात्रों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि पुलिस ने उनकी मदद करने के बजाय उन्हें हिरासत में ले लिया। तलवंडी साबो के डीएसपी राजेश स्नेही ने घटना पर जानकारी दी और कहा कि 18-19 मार्च को विश्वविद्यालय में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में बिहार के छात्रों ने अपनी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए पैसे इकट्ठा किए थे। इस पर कुछ छात्रों को लगा कि इकट्ठा किया गया पैसा सांस्कृतिक गतिविधि में नहीं खर्च किया गया, जिसके बाद छात्रों के बीच झगड़ा हुआ। पुलिस ने पहले भी 19 मार्च को छात्रों के बीच हाथापाई को नियंत्रित किया था, लेकिन बाद में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पुलिस को फोन करके बताया कि दो समूह फिर से लड़ रहे हैं। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जांच की।
सम्राट चौधरी की कड़ी आलोचना
बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने पंजाब की भगवंत मान सरकार की आलोचना की है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि पंजाब में हुए इस जानलेवा हमले की घटना अत्यंत निंदनीय है। उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी की सरकार में पंजाब गुंडागर्दी का गढ़ बन गया है और यह सरकार जातीय और राज्यों के बीच वैमनस्य को बढ़ावा दे रही है। सम्राट चौधरी ने पंजाब सरकार से बिहार के छात्रों को सुरक्षा प्रदान करने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। इस घटना ने छात्रों के बीच डर का माहौल बना दिया है। पीड़ित छात्रों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और शिक्षा मंत्री से जल्द से जल्द मदद की गुहार लगाई है। इस घटना में करीब दो दर्जन छात्र गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिससे सुरक्षा को लेकर चिंता और भी बढ़ गई है।