डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और विधायक राजेश्वर सिंह को भी मिल गया टाइम, परिवार वालों से की मुलाकात
लखनऊः बंथरा में रितिक पांडेय हत्याकांड में अब तक छह हत्यारोपितों की गिरफ़्तारी हो चुकी है। इस मामले में संयुक्त पुलिस आयुक्त, कानून एवं व्यवस्था अमित वर्मा ने बताया कि लापरवाही बरतने में बंथरा थानेदार समेत दो दारोग़ा व एक सिपाही को निलंबित किया गया है। एक को थाने से स्थांतरित किया गया है। आगे जाँच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके ख़िलाफ़ कठोर कार्रवाई की जाएगी। 21 जुलाई को बिजली जोड़ने के चलते रितिक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इस संबंध में उसके पिता की तहरीर पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
उधर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और विधायक राजेश्वर सिंह को भी सप्ताहभर बाद आख़िर समय मिल ही गया। दोनों नेता सोमवार को रितिक पांडेय के घर पहुंचे। परिवार वालों से मुलाकात की। पिता के कंधे पर ब्रजेश पाठक ने हाथ रखा और उन्हें हर संभव मदद की सांत्वना दी।
रविवार को रितिक के परिवार को एक करोड़ का मुआवजा,नौकरी व सुरक्षा की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया था। ब्राहम्ण समाज के लोग जिले के सक्षम आधिकारी को बुलाये जाने की मांग पर अड़े रहे। एसीपी धरने पर बैठे ब्राहम्ण समाज के लोगो को समझाने में जुटे थे। वहीं गुरुवार को गिरफ़्तारी को लेकर परिवारजन ने कई सामाजिक संगठनों के साथ विरोध प्रदर्शन किया था। कैंडल मार्च भी निकाला था।
समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधि मंडल भी पहुँचा बंथरा था गांव रितिक पांडेय के हत्याकांड में सांसद आरके चौधरी और संतोष पांडेय की अग़ुवाई में रविवार को समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने रितिक के परिवार से मुलाकात की थी।
यह था मामलाः
रितिक की हत्या के मामले में पुलिस कमिश्नर ने लापरवाही बरतने में बीट प्रभारी सुभाष यादव, दारोग़ा सुशील यादव व सिपाही यतेंद्र सिंह को निलंबित कर कोतवाल को चेतावनी दी थी। वह भी कार्रवाई के ज़द में हैं। जाँच के आधार पर उनपर कार्रवाई होगी। बिजली ठीक कराने को लेकर दो पक्षों में हुई मारपीट में ऋतिक को गंभीर चोटें आई थी, अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। घरवालों ने पुलिस के ख़िलाफ़ व घटना के विरोध में जमकर नारेबाज़ी की और कार्रवाई की माँग। बीट प्रभारी सुभाष यादव मौके पर भी नहीं गए और दूसरे दिन ही जीडी में महिला की गुमशुदगी दिखाकर तलाश का बहाना बनाकर ग़ैर जनपद रवाना हो गए थे।