कुआं सूखा हुआ है, माना जा रहा है कि इसे छुपाने के लिए यहां रखा गया था
गयाः बिहार के गया जिले में एक कुएं से 1490 एसएलआर राइफल के जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। कुआं सूखा हुआ है, माना जा रहा है कि इसे छुपाने के लिए यहां रखा गया। इसकी जानकारी के बाद से यहां के लोग दहशत में हैं। दरअशल गया जिले में नक्सलियों और माओवादियों का गहरा नाता रहा है। ऐसे में पुलिस जांच पर सबकी नजर टिकी है, जिससे ये पता चल सके कि कारतूसों का मालिक कौन है और उसने इसे क्यों जमा करके रखा था।
पुलिस को भी आशंका है कि ये काम नक्सलियों और माओवादियों का हो सकता है। गांव से दूर बहियार में बने इस कुएं से इतनी बड़ी संख्या में एसएलआर राइफल के कारतूस मिलने से पुलिस विभाग में भी हड़कंप मचा है।कोंच प्रखंड के अंदर आने वाला आंती थाना नक्सल प्रभावित रहा है। आंती पुलिस को गुप्त सूचना के आधार पर यह कामयाबी मिली है। टिकारी एसडीपीओ सुशांत कुमार चंचल ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की छानबीन की।
आंती थानाध्यक्ष रंजीत कुमार ने बताया कि कुआं में भारी मात्रा में कारतूस रखे जाने की गुप्त सूचना मिली थी। जब कुएं के पास पहुंचकर छानबीन की गई तो सूखे कुआं में ऊपर से कुछ कारतूस फेंका दिखा। इसके बाद नाकेबंदी कर कुएं की तलाशी शुरू हुई। उन्होंने बताया कि तलाशी में भारी मात्रा में कारतूस बाहर निकाला गया। थाने लाकर कारतूस की गिनती की गई है। उन्होंने बताया कि 1490 कारतूस बरामद किया गया है। कारतूस एसएलआर के हैं, जो 2004, 2006, 2008 सहित अलग-अलग साल का बना है। जिस जगह से कारतूस की बरामदगी हुई है, वह कुआं मीठापुर गांव के दुखी बिगहा टोला के रहने वाले किसान मधेश्वर यादव की खेत में है। कारतूस यहां कैसे पहुंचा और किसके द्वारा छुपाया गया, इसकी जांच की जा रही है।