बिना गारंटी ऋण देकर स्ट्रीट वेंडरों को नया संबल, यूपी में 19.92 लाख लाभार्थी

लखनऊ,संवाददाता : उत्तर प्रदेश में स्ट्रीट वेंडरों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत अब तक 19.92 लाख से अधिक लाभार्थियों को बिना किसी गारंटी के ऋण वितरित किया जा चुका है। यूपी स्टेट लेवल बैंकर्स कमेटी (UPSLBC) की हालिया रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है।
राज्य सरकार के अधिकारियों के अनुसार, अब तक योजना के तहत कुल 19,92,242 स्ट्रीट वेंडरों को लाभ मिल चुका है, जो निर्धारित लक्ष्य 19,87,330 से अधिक है। इस योजना को लागू करने में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया समेत कुल 95 बैंकिंग एवं वित्तीय संस्थाओं ने सहभागिता निभाई है।
पीएम स्वनिधि 2.0 के अंतर्गत चरणवार प्रगति
प्रथम चरण
- लक्ष्य: 13,22,250 लाभार्थी
- वितरण: 13,90,948 लाभार्थी
- प्राप्ति: 105.20%
द्वितीय चरण
- लक्ष्य: 6,13,350 लाभार्थी
- वितरण: 5,24,442 लाभार्थी
- प्राप्ति: 85.50%
तृतीय चरण
- लक्ष्य: 51,730 लाभार्थी
- वितरण: 76,872 लाभार्थी
- प्राप्ति: 148.60%
यह आंकड़े दर्शाते हैं कि राज्य ने योजना के तहत लाभार्थियों को टारगेट से भी अधिक संख्या में कवर किया है, विशेषकर तीसरे चरण में, जहां लक्ष्य से 48 प्रतिशत अधिक ऋण वितरण किया गया।
अग्रणी बैंकों का योगदान
प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना को सफल बनाने में शीर्ष पांच सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का अहम योगदान रहा है:
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI): 5,59,458 लाभार्थी
- पंजाब नेशनल बैंक (PNB): 3,01,287 लाभार्थी
- बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB): 2,88,824 लाभार्थी
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया: 1,94,873 लाभार्थी
- इंडियन बैंक: 1,69,950 लाभार्थी