अभिषेक-मनीषा जैसे युवा बना रहे आर्थिक स्वतंत्रता को जीवनशैली का हिस्सा
बेंगलुरु,संवाददाता : 28 वर्षीय अभिषेक और उनकी पत्नी मनीषा, जो बेंगलुरु की एक अमेरिकी मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत हैं, ने हाल ही में अपने निवेश पर डेढ़ गुना लाभ कमाया। अब वे अंडमान की यात्रा की योजना बना रहे हैं और यह कहानी भारत के करोड़ों युवाओं की बदलती आर्थिक सोच का प्रतीक बन गई है।
कोविड के बाद युवाओं की बदली सोच
महामारी के बाद से बड़ी संख्या में युवा पेशेवरों ने निवेश को केवल भविष्य की जरूरत नहीं, बल्कि एक आधुनिक जीवनशैली का हिस्सा मानना शुरू कर दिया है।
- देश के 40% डीमैट खाताधारक 30 साल से कम उम्र के हैं
- 15 करोड़ सक्रिय निवेशकों में 6 करोड़ युवा शामिल हैं
निवेश का उद्देश्य: सिर्फ भविष्य नहीं, आज भी
अभिषेक और मनीषा ने 22 साल की उम्र में नौकरी शुरू करते ही निवेश की राह चुनी। बीमा, रिटायरमेंट फंड और म्यूचुअल फंड जैसे विकल्पों के साथ-साथ वे यात्रा, गैजेट्स और लाइफस्टाइल पर भी खुलकर खर्च करते हैं।
खर्च की बदलती प्राथमिकताएं
- पर्यटन में बूम: कोविड के बाद धार्मिक और प्राकृतिक पर्यटन में वृद्धि
- लाइफस्टाइल: गैजेट्स, ब्रांडेड फैशन, पैकेज्ड फूड
- सर्वे के अनुसार: 14–28 वर्ष के युवाओं ने उपभोक्ता व्यय में 43% की वृद्धि की
2035 तक युवा शक्ति का प्रभाव
अनुमान है कि 2035 तक भारत का कुल उपभोक्ता खर्च 328 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा, जिसमें से 51% खर्च यानी 168 लाख करोड़ रुपये केवल युवा करेंगे।
निवेश के पीछे कारण:
- पारिवारिक जिम्मेदारियों की कमी
- माता-पिता की तुलना में बेहतर शुरुआती पैकेज
- डिजिटल प्लेटफॉर्म से आसान निवेश
- बचपन की आर्थिक तंगी का असर
महिलाओं की बढ़ती भागीदारी
निवेश अब केवल पुरुषों तक सीमित नहीं है। गृहणियां भी किट्टी पार्टी में म्यूचुअल फंड और गोल्ड रेट्स की चर्चा कर रही हैं।
- 33.97 करोड़ महिला पैन कार्ड धारकों में 9.44 करोड़ महिलाएं 30 वर्ष से कम उम्र की
- म्यूचुअल फंड निवेशकों में 25% महिलाएं
- AUM में महिलाओं की हिस्सेदारी 33% से अधिक
वर्ष | महिला पैन कार्ड (करोड़) | डीमैट अकाउंट (करोड़) |
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2019 | 16.17 | 0.67 |
2023 | 27.24 | 2.72 |
2024 | 31.05 | 2.77 |
2025 | 33.97 | 3.05 |
वर्ष | महिलाओं का MF निवेश (लाख करोड़) | हिस्सेदारी (%) |
---|---|---|
2019 | 4.59 | 8.8 |
2024 | 11.25 | 21.3 |
2025 | 22.96 | 33 |
चेतावनी भी जरूरी
निवेश के इस उत्साह में युवाओं को सतर्क रहने की भी आवश्यकता है।
- भ्रामक स्कीमों से बचें
- फर्जी सलाहकारों से सावधान रहें
- विविध निवेश रणनीति अपनाएं
- आपातकालीन और रिटायरमेंट फंड जरूर बनाएं