कार्य बहिष्कार से तहसीलों को आए फरियादी हुए परेशान

बाराबंकी, संवाददाता: एंटी करप्शन टीम द्वारा लेखपालों को रिश्वत लेने के मामले में फर्जी तरीके से फंसाये जाने का आरोप लगाते हुए आक्रोशित लेखपालों ने शनिवार को जनपद की सभी तहसीलों में धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री संबोधित एक ज्ञापन संबंधित उच्च अधिकारियों को सौंपा है। जनपद की सभी तहसीलों में हुए एक दिवसीय इस धरना प्रदर्शन से लेखपाल संबंधित कार्यों से आए फरियादियों को तमाम परेशानी उठानी पड़ी। तहसील रामनगर में लेखपाल संघ के अध्यक्ष अजय सिंह व मंत्री राकेश कुमार, तहसील सिरौली गौसपुर में लेखपाल संघ के अध्यक्ष आशुतोष मिश्रा व शुभेंदु अवस्थी सहित तहसील फतेहपुर में लेखपाल सर्वेश यादव शिवानी शुक्ला प्रिंस रविंद्र अरविंद कपिल देव शालिनी तिवारी सहित दर्जन भर लेखपालों ने रिश्वत लेने की तथाकथित शिकायत पर एंटी करप्शन टीम द्वारा मामले की जांच किए बगैर कार्रवाई करने का विरोध जताते हुए तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन किया। तथा मुख्यमंत्री संबोधित ज्ञापन एसडीएम को देकर कहा कि एंटी करप्शन कार्यालय द्वारा सामान्य शिकायत के आधार पर वास्तविक तथ्यों का परीक्षण किए बगैर शिकायतकर्ता को उकसाकर स्वयं बोल-बोलकर शिकायती पत्र लिखवाया जाता है और प्री ट्रैप जांच की कागजी औपचारिकता कर उसी दिन अथवा अगले दिन लेखपाल को फर्जी तरीके से फसाने के विभिन्न प्रयास करके गिरफ्तार कर लिया जाता है। जबकि अधिकतर मामलों संबंधित शिकायत से लेखपाल का कोई लेना देना भी नहीं होता है न ही उसके द्वारा रिश्वत मांगी जाती।
तमाम मामलों में शिकायतकर्ता द्वारा लेखपाल के पास जबरन पैसे रखकर फसाया जाता है। बीते दो जनवरी को जनपद गाजीपुर की तहसील कासिमाबाद में लेखपाल को जबरन ट्रैप की घटना कारित की गई। इसी तरह चार अक्टूबर को जनपद महाराजगंज में लेखपाल के द्वारा रिश्वत मांगने के आरोप में ट्रैप करवा दिया गया। विभिन्न उपरोक्त तथ्यों के मद्देनजर एंटी करप्शन विजलेंस विभाग को विस्तृत दिशा निर्देश निर्गत करने एवं जनपद लखनऊ में संबंधित सतर्कता अधिष्ठान कर्मचारी एवं रिश्तेदार के अवैध कब्जे एवं अवैध प्लाटिंग की जांच करवा कर कठोर कार्रवाई की जाए। इनपर कार्रवाइयों के ना होने और बीते दिनों एंटी करप्शन टीम द्वारा की गई कार्रवाई से लेखपाल संघ में रोष व्याप्त है।