सात माह से दफ्तरों के चक्कर लगा रही महिला, नाली व पाइपलाइन पर दबंगों के कब्जे का आरोप
बाराबंकी,संवाददाता : तहसील समाधान दिवस में सोमवार को उस समय हड़कंप मच गया जब हैदरगढ़ तहसील की एक महिला न्याय न मिलने से निराश होकर जिलाधिकारी की गाड़ी के सामने जमीन पर बैठ गई। पीड़िता अपने साथ चूहामार दवा भी लेकर पहुंची थी और आरोप लगाया कि सात महीने से दफ्तरों के चक्कर काटने के बाद भी उसकी शिकायत की सुनवाई नहीं हो रही है।
ग्राम अलमापुर निवासी सत्यभामा सिंह पुत्री स्व. तेज बहादुर सिंह ने डीएम शशांक त्रिपाठी से गुहार लगाई कि गांव के ही दबंगों ने उसके घर के सामने पंचायत द्वारा 22 वर्ष पहले बनी सरकारी नाली व पाइपलाइन पर जबरन दीवार खड़ी कर दी है। कई बार शिकायत करने के बावजूद न सुनवाई हुई, न कार्रवाई। महिला ने कहा कि विपक्षी दबंग उसे व उसके परिवार को गालियां, मारपीट और जान से मारने की धमकी देते हैं और पुलिस तक उनकी पैरवी करती है।
प्रार्थिनी ने लिखित प्रार्थना पत्र में यह भी कहा कि यदि तत्काल न्याय नहीं मिला तो वह आत्मदाह के लिए बाध्य होगी। उसकी शिकायत है कि साढ़े 16 फीट जमीन, जो पहले से जीडी पर दर्ज है, उस पर भी दबंग कब्जा किए बैठे हैं। जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने तत्काल मामले को संज्ञान में लेकर पीड़िता की पूरी बात सुनी और मौके पर मौजूद अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महिला को न्याय दिलाना प्रशासन की प्राथमिकता है और इस प्रकरण में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
























