सार्वजनिक शौचालय का ग्रामीणों को नहीं मिल रहा लाभ
सिद्धौर-बाराबंकी,संवाददाता : क्षेत्र के सरायपुरखों गांव सार्वजनिक शौचालय संचालन को लेकर समूह की महिलाओं में शुरू में ही विवाद हो गया। इसके चलते शौचालय बदहाल अवस्था में पड़ा है। इसके आसपास बड़ी-बड़ी गाजर घास, ग्रामीणों के द्वारा गोबर का ढेर, सरसों की डंडल लगाकर अतिक्रमण कर लिया गया है। लोगों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। जबिक चार साल पहले इस शौचालय की तत्कालीन केयरटेकर को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सम्मानित किया। उसके बावजूद यह हालत है। यह शौचालय तो मात्र बानगी है, इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि ब्लॉक क्षेत्र के अन्य सामुदायिक शौचालय की स्थिति क्या होगी।

डिप्टी सीएम ने किया था सम्मानित
चार दिसंबर 2021 को नगर पंचायत सिद्धौर के श्रीरामलीला मैदान में एक कार्यक्रम में सरायपुरखो शौचालय की आंचल स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष व केयरटेकर रामावती को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सम्मानित किया था। मगर कोषाध्यक्ष नीलम के विवाद पर शौचालय का सुचारू रूप से नहीं चल सका। प्रधान प्रतिनिधि गजराज सिंह इसके निपटारा को लेकर कई बार बैठक की। मगर बात नहीं बनी।
सचिव पुनीत कुमार ने बताया कि सामुदायिक शौचालय का कोई विवाद नहीं है। पुराने स्वयं सहायता समूह को बदलकर नए समूह को जिम्मेदारी दी गई है। और इसका संचालन नियमित है। मगर सचिव की उक्त बातें व मौके की स्थिति को देखकर लगता नहीं इसका संचालन नियमित है। स्थानीय ग्रामीणों ने भी दबी जुबान संचालन नहीं होने की बात कही। उनका कहना है कि इसका ताला आज तक नहीं खुला। उधर, ब्लॉक मिशन मैनेजर एनआरएलएम दिलीप ने बताया कि पुराने समूह को सचिव और प्रधान ने मिलकर बदल दिया है। नए समूह के द्वारा कार्य हो रहा है या नहीं इसकी जानकारी नहीं है।