युवा कार्यकारिणी की बैठक में बना रूपरेखा का खाका, परंपरा और नवाचार का होगा समावेश
बाराबंकी,संवाददाता : पावन सावन मास के समापन के तत्काल बाद जनपद की सांस्कृतिक विरासत मानी जाने वाली दशहराबाग की ऐतिहासिक रामलीला की तैयारियों ने गति पकड़ ली है। बुधवार को रामलीला की युवा कार्यकारिणी की एक अहम बैठक दशहराबाग परिसर में संपन्न हुई, जिसमें आगामी आयोजन की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक के संबंध में समिति के मिडिया प्रभारी नितेश मिश्रा ने बताया कि युवा कार्यकारिणी के सदस्यों ने परंपरागत मंचन के साथ-साथ तकनीकी नवाचार को शामिल करने का सुझाव दिया, जिससे रामलीला की प्रस्तुति अधिक प्रभावशाली और दर्शनीय हो सके। बैठक में तय किया गया कि इस वर्ष मंच, वेशभूषा, ध्वनि और प्रकाश संयोजन को और बेहतर बनाया जाएगा।
इसके साथ ही पात्र चयन की प्रक्रिया भी जल्द शुरू की जाएगी। इस बार बाल कलाकारों को विशेष प्राथमिकता दी जाएगी ताकि नई पीढ़ी की भागीदारी सुनिश्चित हो सके। समिति के संरक्षक मंडल ने सुझाव दिया कि धार्मिक भावनाओं की मर्यादा रखते हुए समसामयिक सन्देश भी रामलीला के मंचन में शामिल किए जाएं, जिससे समाज में सद्भावना और सांस्कृतिक चेतना का संदेश जाए। अंत में यह निर्णय लिया गया कि रामलीला की पूर्व तैयारियों की निगरानी के लिए उपसमितियों का गठन किया जाएगा, जो विभिन्न जिम्मेदारियों का समुचित निर्वहन करेंगी।