बाराबंकी की होनहार छात्रा नंदिनी की स्कूल में अचानक बिगड़ी तबीयत
बाराबंकी,संवाददाता : शिक्षा की बुलंदियों को छूने का सपना देख रही नंदिनी की जिंदगी महज 16 वर्ष की उम्र में एक अनहोनी ने छीन ली। जनपद की दसवीं कक्षा की टॉपर नंदिनी वर्मा की अचानक आई तेज हिचकियों से शुरू हुई तबीयत बिगड़ने की घटना ने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया।
सहेलियों संग लंच के दौरान अचानक उसे लगातार हिचकियां आने लगीं और फिर वह बेहोश होकर ज़मीन पर गिर पड़ी। नाक से खून और मुंह से झाग निकलने की भयावह स्थिति में स्कूल स्टाफ ने उसे अस्पताल पहुंचाया, परंतु तब तक बहुत देर हो चुकी थी। पुलिस के तमाम प्रयासों के बावजूद परिजन मृतका के पोस्टमार्टम करने से इनकार कर दिया जिससे एक बार फिर अचानक होने वाली मौतों की गुत्थी अनसुलझी रह गई। बीते सप्ताह पूर्व इस तरह की घटना हुई थी जिसमें परिजनों ने मृतक के पोस्टमार्टम कराने के लिए मना कर दिया था। नंदिनी, बाराबंकी के टिकैतनगर क्षेत्र के नियामतगंज गांव की निवासी थी और वर्तमान में शहर के श्रावस्ती नगर में अपनी दो बहनों के साथ किराए पर रहकर सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में पढ़ाई कर रही थी। वह ग्यारहवीं कक्षा की छात्रा थी और अपनी मेधा से स्कूल ही नहीं, जिले भर में मिसाल बन चुकी थी। हाईस्कूल में उसने जिले में तीसरा स्थान प्राप्त किया था।
पढ़ाई में होशियार और स्वभाव से बेहद मिलनसार नंदिनी को लेकर सहपाठियों की आंखें आज भी नम हैं। उसकी मित्र शिवानी बताती हैं कि लंच के दौरान वह सामान्य थी, लेकिन थोड़ी देर बाद अचानक तबीयत बिगड़ने लगी। क्लास में उसका हाथ थामे शिवानी ने जब शिक्षकों को सूचना दी, तब तक वह अर्धचेतन अवस्था में पहुंच चुकी थी। विद्यालय की शिक्षिका सरिता वर्मा ने बताया कि नंदिनी की सुबह मुस्कुराहट भरी बातचीत अब भी ज़ेहन में ताजा है। तेज सांसें, खून और फेना आते देख वह खुद घबरा गईं। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
किसान पिता राजितराम वर्मा बताते हैं कि नंदिनी का सपना MBA कर प्रशासनिक सेवा में जाना था। उनके अनुसार, परिवार की दो अन्य बेटियां भी जिले में रहकर IAS की तैयारी कर रही हैं। नंदिनी की असमय मृत्यु ने पूरे परिवार को गहरे शोक में डुबो दिया है। गांव में बेटी को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ रही इस मेधावी छात्रा की असमय विदाई न केवल परिवार, बल्कि जनपद की अपूरणीय क्षति है। अब सिर्फ सवाल रह गया है—एक स्वस्थ दिखती बच्ची के साथ अचानक ऐसा क्या हुआ, जिसे कोई नहीं समझ पाया?