तलहटी के ग्रामीणों की बढ़ी चिंता, प्रशासन लगातार कर रहा निगरानी

रामनगर (बाराबंकी),संवाददाता : नेपाल से छोड़े गए अतिरिक्त पानी के कारण सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने के बाद अब स्थिर हो गया है, लेकिन स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 43 सेंटीमीटर ऊपर दर्ज किया गया है, जिससे तटीय इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। सरयू की तेज धाराएं अब तलहटी के गांवों की ओर रुख कर रही हैं, जिससे तपेसिपाह, कोरिनपुरवा, दुर्गापुर, सिसौंडा, लहड़रा, परसादीपुरवा और जैनपुरवा जैसे कई गांवों के निवासियों की चिंताएं गहराने लगी हैं। मरकामऊ मार्ग पर कई खेत जलमग्न हो चुके हैं और ग्रामीण पशुओं के चारे के लिए नाव का सहारा ले रहे हैं।

प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। एसडीएम गुंजिता अग्रवाल, तहसीलदार विपुल कुमार, बीडीओ जितेंद्र कुमार यादव, ग्राम विकास अधिकारी ऋषभ पांडेय सहित अधिकारियों की टीमों ने बाढ़ संभावित गांवों का निरीक्षण कर लोगों से सतर्क रहने और किसी भी समस्या की जानकारी तुरंत देने की अपील की है। गांवों में बीमारियां भी फैलने लगी हैं। कई ग्रामीण बुखार, सर्दी-जुकाम और सिरदर्द जैसी बीमारियों से पीड़ित हैं। स्वास्थ्य विभाग की मोबाइल टीमें इलाज में जुटी हैं। ग्राम प्रधान सुशील यादव सोंधवा, राम सिंह उर्फ गुड्डू, पूर्व प्रधान बुधराम गौतम सहित जनप्रतिनिधियों ने गांवों का दौरा कर पीड़ितों की समस्याएं सुनीं और समाधान का भरोसा दिलाया। प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।