हेतमापुर समेत कई गांवों में घरों तक घुसा पानी, स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन व पुलिस टीम अलर्ट

सूरतगंज (बाराबंकी),संवाददाता : रामनगर तहसील के सूरतगंज ब्लॉक अंतर्गत सरयू नदी इन दिनों अपने रौद्र रूप में नजर आ रही है। नदी का जलस्तर सोमवार की रात से तेजी से बढ़ने लगा है, जिससे हेतमापुर, सरसंडा, बेलाहरी, केदारीपुर, सुंदरनगर, बांसुपुर, बाबापुरवा, कोड़री, मदरहा, गायघाट और पुरनपुर सहित दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। घरों तक पानी घुसने से लोग भयभीत हैं और पलायन की स्थिति बनने लगी है। ग्रामीण घर का सामान समेटकर ऊंचे व सुरक्षित स्थानों की ओर जाने लगे हैं। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीमें बाढ़ प्रभावित इलाकों में लगातार डटी हुई हैं और राहत कार्य जारी है।
सीएमओ व अपर निदेशक ने किया बाढ़ क्षेत्र का निरीक्षण
मंगलवार दोपहर एक बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूरतगंज के अंतर्गत बाढ़ प्रभावित ग्राम हेतमापुर का निरीक्षण डॉ. विनोद कुमार वर्मा (अपर निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, अयोध्या मंडल) व डॉ. अवधेश कुमार यादव (मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बाराबंकी) ने संयुक्त रूप से किया। निरीक्षण के दौरान मेडिकल मोबाइल यूनिट हेतमापुर बांध पर तैनात मिली। टीम में डॉ. सुमित वर्मा (एमओ), विनय वर्मा (फार्मासिस्ट), शुभम भारती (एलटी), नीतू वर्मा (स्टाफ नर्स) मौजूद थे। टीम ने मौके पर 80 मरीजों का इलाज किया। इनमें 15 बुखार, 50 खुजली, 6 सर्दी-खांसी, 5 नेत्रशोथ और 4 मरीज डायरिया के पाए गए। 19 मरीजों की शुगर, हीमोग्लोबिन और यूरिन जांच भी की गई। निरीक्षण के दौरान डॉ. लव भूषण गुप्ता (उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी), डॉ. प्रदीप यादव (स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी), ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक और कम्युनिटी प्रोसेस प्रबंधक भी उपस्थित रहे।
प्रशासन अलर्ट, तिगुड़िया बांध डूबे

प्रशासन की ओर से बाढ़ से निपटने के प्रयास जारी हैं। नदी के तेज बहाव को मोड़ने के लिए तिगुड़िया बांध कर उनमें पेड़ों की टहनियां डाली गई थीं, जो अब पूरी तरह जलमग्न हो चुकी हैं। कई स्थानों पर ढोकरे बनाए गए थे, लेकिन पानी के दबाव के आगे वे भी नाकाफी साबित हो रहे हैं। कटान वाले क्षेत्रों में सिंचाई विभाग और प्रशासन की टीमें बोरियों में मिट्टी भरकर किनारों पर लगा रही हैं ताकि कटाव पर नियंत्रण पाया जा सके। तहसीलदार विपुल सिंह ने भी बाढ़ग्रस्त गांवों का निरीक्षण कर लोगों से बाढ़ राहत केंद्रों में शरण लेने की अपील की है।
अभी सामान्य है स्थिति, सतर्कता जरूरी
ग्राम सुंदरनगर, बेलहरी, मदरहा, कोड़री व गायघाट आंशिक रूप से प्रभावित हैं। साफ-सफाई संतोषजनक बताई गई है और फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, मगर जलस्तर में तेजी बनी रही तो खतरा और बढ़ सकता है। प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, राजस्व, पुलिस, पशुपालन व खाद्य विभाग की टीमें सतर्क हैं और ग्रामीणों से अपील की गई है कि जैसे-जैसे जलस्तर बढ़े, सतर्कता बरतें और समय रहते सुरक्षित स्थानों पर पहुंचें।