प्रवेश शुल्क और पाठ्यक्रम संचालन को लेकर बढ़ा तनाव, न्याय और सुरक्षा के बीच संतुलन की चुनौती
बाराबंकी,संवाददाता : राजधानी से सटे इस विश्वविद्यालय में एलएलबी विद्यार्थियों का प्रदर्शन मान्यता और शुल्क वसूली के मुद्दे पर सोमवार को उग्र हो गया। प्रदर्शनकारी छात्र विश्वविद्यालय परिसर के बाहर जुटे, तभी पुलिस ने हस्तक्षेप करते हुए बल प्रयोग किया, जिससे कुछ छात्र घायल हुए। बुधवार को मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट के अधिवक्ता डॉक्टर गजेंद्र सिंह यादव ने राज्य मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें उन्होंने कालेज प्रशासन और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जांच की मांग की है।

रजिस्ट्रार ने कहा कि कुल 11 हजार विद्यार्थियों के बीच केवल कुछ ही सक्रिय मुद्दों के कारण विवाद पैदा किया गया। विश्वविद्यालय का मानना है कि प्रशासनिक छवि को धूमिल करने वाले प्रयासों का जवाब कानूनी माध्यम से दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि फार्मेसी और सिविल डिप्लोमा के छात्रों पर पिछले सप्ताह कार्रवाई की गई थी। छात्र संगठनों ने लाठीचार्ज और धमकियों की निंदा की। उनका आरोप है कि परीक्षा आयोजित नहीं हो रही और अवैध शुल्क वसूली जारी है। उच्च शिक्षा मंत्री ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ जांच सुनिश्चित की। घटना ने एक बार फिर छात्रों और विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच संतुलन की चुनौती को उजागर किया। विशेषज्ञों का कहना है कि समस्याओं का समाधान संवाद और पारदर्शिता के माध्यम से ही संभव है।