कवियों और समाजसेवियों ने दी शुभकामनाएं
बाराबंकी,संवाददाता : समाजसेवा और सामाजिक समरसता के क्षेत्र में सक्रिय एडवोकेट गुलज़ार बानो के जन्मदिवस पर बुधवार को एक भावपूर्ण काव्य संध्या का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शहर के प्रमुख कवियों, साहित्यकारों, पत्रकारों और समाजसेवियों ने केक काटकर उन्हें शुभकामनाएं दीं और अपनी रचनाओं से आयोजन को यादगार बना दिया।
कविताओं और शायरी से सजी भावनात्मक संध्या
काव्य संध्या का संचालन कर रहे कवि प्रदीप सारंग ने गुलज़ार बानो के सामाजिक योगदान की सराहना करते हुए कहा कि वे मजहब की दीवारों को लांघकर समाज को जोड़ने का कार्य कर रही हैं। शायर सुएब अनवर की पंक्तियों “मिशाल देना आसान है, मिशाल बनना कठिन” को उद्धृत करते हुए उन्होंने आयोजन की गरिमा बढ़ाई। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ विनय दास ने गुलज़ार बानो की निरंतर सामाजिक सक्रियता को उनकी विशिष्ट पहचान बताया। शायर फैज खुमार बाराबंकवी, गीतकार साहब नारायण शर्मा और सोहन आजाद समेत कई साहित्यकारों ने अपनी सशक्त रचनाओं से उपस्थित श्रोताओं को प्रभावित किया।
साहित्य, समाज और सरोकार की एकजुट तस्वीर
इस अवसर पर कवियत्री किरण भारद्वाज, एडवोकेट लता श्रीवास्तव, शायर अनिल श्रीवास्तव ‘लल्लू जी’, दीपक दिवाकर सहित अन्य रचनाकारों ने भी अपनी कविताओं के माध्यम से बधाई दी। कार्यक्रम में पत्रकार अब्दुल खालिक, ग्रीन गैंग अध्यक्ष सदानंद वर्मा, डॉ सुहेल और सामरा समेत तमाम गणमान्य लोग उपस्थित रहे।