भारी बारिश और मौसम की चुनौतियों के बावजूद शिवभक्तों ने केसरिया रंग में डुबोया महादेवा तीर्थक्षेत्र
रामनगर (बाराबंकी),संवाददाता : सावन मास की अंतिम सोमवाव पर जिले के सुप्रसिद्ध लोधेश्वर महादेव धाम में श्रद्धा का अद्वितीय दृश्य देखने को मिला, जब लाखों शिवभक्तों ने बाबा भोलेनाथ का दर्शन-पूजन कर पुण्य अर्जित किया। शिवभक्तों की विशाल आमद से पूरा महादेवा तीर्थ क्षेत्र “हर-हर महादेव” और “बम-बम भोले” के जयघोष से गूंज उठा।कांवड़ यात्रा करते हुए महिलाएं, युवा, वृद्ध और बच्चे दूर-दराज के जिलों – लखनऊ, झांसी, उन्नाव, हमीरपुर, कानपुर, हरदोई, जालौन, उरई, सीतापुर और बाराबंकी – से पैदल चलकर महादेवा पहुंचे। रंग-बिरंगी और सजावट से भरी कांवड़ें श्रद्धा के साथ-साथ आकर्षण का केंद्र बनी रहीं।
प्रशासन ने खुद संभाली कमान

श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड संख्या को देखते हुए प्रशासनिक अमले ने पहले से ही कमर कस ली थी। ड्रोन कैमरों से चप्पे चप्पे पर निगरानी सहित रविवार रात स्वयं जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी और पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने महादेवा पहुंचकर मंदिर प्रांगण और मेला क्षेत्र का गहन निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान संयुक्त मजिस्ट्रेट गुंजीता अग्रवाल, अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी विकास चंद्र त्रिपाठी, तहसीलदार विपुल सिंह, क्षेत्राधिकारी गरिमा पंत, कोतवाली प्रभारी अनिल पांडेय और महादेवा चौकी प्रभारी संतोष त्रिपाठी सहित प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी लगातार मौजूद रहे।
शिवधामों में भीड़, सुरक्षा रही चाक-चौबंद

महादेवा के अतिरिक्त जिले के अन्य प्रमुख शिवालयों – कुनतेश्वर, मथेश्वर, कैलाश आश्रम, अवशानेश्वर – में भी श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से ही उमड़ पड़ी। मौसम की नमी और बारिश के बावजूद भक्तों के उत्साह में कोई कमी नहीं दिखी। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जगह-जगह पुलिस बल तैनात रहा और चिकित्सा, पेयजल, साफ-सफाई जैसी व्यवस्थाएं भी सक्रिय रहीं।
मंदिर प्रबंधन ने की प्रशासनिक प्रबंधों की सराहना

श्री लोधेश्वर महादेव मंदिर के रिसीवर हरि प्रसाद द्विवेदी व पुजारी आदित्य तिवारी ने कहा कि इस बार की सोमवारी पर जितनी अधिक संख्या में श्रद्धालु पहुंचे, उतनी ही व्यवस्थित तैयारियों से प्रशासन ने स्थिति को संभाला। उन्होंने जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक सहित सभी अधिकारियों व कर्मियों का हृदय से आभार प्रकट किया और कहा कि इस बार की व्यवस्था अत्यंत सराहनीय रही — जिसके लिए वे सभी को साधुवाद अर्पित करते हैं।