भ्रष्ट और बेलगाम अफसरों के आगे शासन के आदेश निर्देश बौने साबित हो रहे हैं
रामनगर-बाराबंकी,संवाददाता : लोक निर्माण विभाग के द्वारा लोधेश्वर महादेवा में जल निकासी हेतु बनवाये जा रहे नाले में मानक को दरकिनार कर सामग्री इस्तेमाल की जा रही है। सरिया डालने के नाम पर केवल खाना पूर्तिकर लाखों रुपए बन्दर बांट किया जा रहा हैं। जल निकासी के लिए लौधौरा चौराहे से लेकर पुलिस चौकी और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने बनवाए गए नाले में खुदाई करके नीचे बेड ही नहीं बनाया गया खाना पुरी के लिए गिट्टी डाल करके नाला बना दिया गया है नाले की आईसीसी दीवार में 12 एम एम सरिया के बजाय 8 एम एम व 10 एम एम की सरिया डाली जा रही है। वह भी 4 इंची की दूरी के बजाय एक फीट पर डाली गई है डबल जाल भी नहीं बनाया गया है। सूत्रों के मुताबिक मानक के चौथाई हिस्से की सरिया इस्तेमाल की जा रही है। गिट्टी मौरंग का मसाला भी घटिया बनाया जा रहा है। यह सब ठेकेदार और जेई की साथ गांठ से यह सब चल रहा है और जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। विशेष उल्लेखनीय बात तो यह है कि सरकार के द्वारा लगातार सख्ती की जा रही है। लेकिन मनमानी पर उतारू भ्रष्ट और बेलगाम अफसरों के आगे शासन के आदेश निर्देश बौने साबित हो रहे हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल महादेवा कॉरिडोर में निर्माण की शुरुआत सड़क चौड़ीकरण और नाला निर्माण के साथ हुई है इसमें करोड़ों रुपए खर्च भी किये जा रहे है लेकिन हास्यास्पद बात यह है कि शुरुआती कार्य ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। और जिम्मेदार अफसरों ने मौके पर पहुंच के निरीक्षण करना भी मुनासिब नहीं समझा। सूत्र बताते हैं कि अफसरों की मौत सहमति के चलते ठेकेदार और बेलगाम हो गए रात के अंधेरे के बजाय दिन के उजाले में घटिया निर्माण कार्य कराया जा रहा है।