देवा, फतेहपुर व निन्दूरा के विद्यालयों में पहुंचकर जिलाधिकारी ने छात्राओं से संवाद किया

बाराबंकी,संवाददाता : जिले के तीन कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में बुधवार को जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार देव पांडेय भी मौजूद रहे। डीएम ने देवा, फतेहपुर और निन्दूरा स्थित विद्यालयों की शैक्षणिक गतिविधियों, भोजन, छात्राओं की उपस्थिति और अन्य मूलभूत सुविधाओं की स्थिति का मौके पर मूल्यांकन किया। उन्होंने बालिकाओं से संवाद कर न केवल उनकी पढ़ाई बल्कि उनके सपनों और भविष्य की योजनाओं के बारे में भी जानकारी ली।
देवा: डीएम ने मच्छर रोकने के लिए किचन की खिड़कियों में जाली लगाने के दिए आदेश

निरीक्षण की शुरुआत देवा के विद्यालय से करते हुए जिलाधिकारी ने छात्राओं की उपस्थिति रजिस्टर, कक्षाओं की पढ़ाई, मेस की स्थिति और साफ-सफाई की गुणवत्ता देखी। विद्यालय की वार्डन सीमा राय ने बताया कि यहां कक्षा 6 से 8 तक कुल 100 छात्राएं पंजीकृत हैं, जिनमें 97 उपस्थित रहीं।
कक्षा में चल रहे भूगोल पाठ के दौरान जिलाधिकारी ने ‘अक्षांश-देशांतर’ से जुड़े प्रश्न पूछे और स्वयं उदाहरणों के माध्यम से उन्हें समझाया। उन्होंने कंप्यूटर क्लास की भी पड़ताल की। निरीक्षण के बाद डीएम ने निर्देश दिए कि रसोई की खिड़कियों में मच्छरों से सुरक्षा हेतु जाली लगाई जाए और शौचालयों की नियमित सफाई सुनिश्चित की जाए। इस अवसर पर बीडीओ डॉ. नेहा शर्मा और बीईओ सुनील कुमार गौड़ सहित समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।
फतेहपुर: चारदीवारी को ऊंचा करने के निर्देश, भोजनालय की सफाई पर भी फोकस
फतेहपुर के विद्यालय में निरीक्षण के दौरान वार्डन मीना शर्मा ने बताया कि यहां कक्षा 6 से 10 तक कुल 182 छात्राएं नामांकित हैं। जिलाधिकारी ने विद्यालय की चारदीवारी को सुरक्षा की दृष्टि से बेहद नीची पाया, जिस पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को तत्काल ऊंचाई बढ़ाने का निर्देश दिया।
डीएम ने छात्राओं से अंग्रेजी विषय ‘द राइट चॉइस’ पर चर्चा की और कुछ छात्राओं से पढ़ने को कहा। आत्मविश्वास से दिए गए जवाबों की सराहना करते हुए उन्होंने छात्राओं को आगे और बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित किया। निरीक्षण में बीडीओ संतोष सिंह और बीईओ आराधना अवस्थी भी शामिल रहीं।
निन्दूरा: परिसर की अव्यवस्था पर जताई नाराजगी, 15 दिन में सुधार के निर्देश
निन्दूरा में निरीक्षण के दौरान विद्यालय परिसर में उगी घास-फूस और पुराने लोहे के बेतरतीब सामान पर जिलाधिकारी ने असंतोष जताया। उन्होंने कहा कि परिसर की सफाई और लोहे के सामान को व्यवस्थित किया जाए। कंप्यूटर कक्ष में बिस्तर और रजाई रखे मिलने पर भी उन्होंने वार्डन को फटकार लगाई और 15 दिन में सुधार कर रिपोर्ट देने को कहा। यहां छात्राओं से पढ़ाई, भोजन और आवासीय सुविधाओं के बारे में जानकारी ली गई। संतोषजनक उत्तर देने पर छात्राओं को पुरस्कृत भी किया गया। कुल 150 छात्राओं में से 144 उपस्थित पाई गईं। निरीक्षण में बीईओ सुषमा सेंगर सहित स्कूल स्टाफ मौजूद रहा। जिलाधिकारी ने कहा कि विद्यालयों में छात्राओं को गुणवत्तापरक शिक्षा के साथ सुरक्षित व स्वच्छ वातावरण देना प्रशासन की प्राथमिकता है। सभी संबंधित अधिकारी समयबद्ध रूप से निर्देशों का अनुपालन कराना सुनिश्चित करें।