डॉ. संजीव कुमार बोले—सरकारी मंशा के अनुरूप मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही समुचित स्वास्थ्य सेवाएं

मसौली (बाराबंकी), संवाददाता: जुलाई के अंतिम सप्ताह में बारिश न होने के कारण गर्मी और उमस से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। इसका असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी दिख रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बड़ागांव की ओपीडी में इन दिनों उल्टी-दस्त, डायरिया, बुखार और पेट संबंधी रोगों से पीड़ित मरीजों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है।
बदलते मौसम ने बढ़ाई परेशानी, ओपीडी में लगी मरीजों की कतारबादलों की आंखमिचौली और लगातार बदलते मौसम के कारण सर्दी, जुकाम और बुखार जैसी मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है।
सीएचसी की ओपीडी में रोजाना बड़ी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं, जिससे अस्पताल में भीड़ बनी रहती है। सोमवार को ओपीडी में डॉ. संजीव कुमार, डॉ. जाकिर हुसैन, डॉ. वीरेन्द्र मौर्या, डॉ. हारुन किदवई और डॉ. प्रीति वर्मा की टीम ने लगभग 250 मरीजों का उपचार किया।इनमें से 50 मरीजों की खून की जांच, 20 की शुगर जांच और 15 अन्य जांचें की गईं, जबकि पांच मरीजों को भर्ती किया गया।चिकित्सकों की कमी बनी चुनौती, व्यवस्था फिर भी नियंत्रितहालांकि अस्पताल में व्यवस्थाएं संतोषजनक हैं, लेकिन डॉक्टरों की संख्या सीमित होने के कारण मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।
इसके बावजूद इमरजेंसी सेवाएं लगातार सुचारू रूप से संचालित हो रही हैं।सीएचसी अधीक्षक डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि “सरकार की प्राथमिकता के अनुरूप मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं देने का प्रयास किया जा रहा है। अस्पताल में दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं और इमरजेंसी ड्यूटी पर चिकित्सकों की नियमित तैनाती सुनिश्चित की गई है।