राजस्व को भारी चूना लगाने के इरादे से बनाई गई थीं दो अस्तित्वहीन फर्में
बाराबंकी,संवाददाता : राज्य कर विभाग, अयोध्या सम्भाग बी की जांच में दो बड़ी फर्जी फर्मों द्वारा बोगस इनवॉइसिंग व आईटीसी (इनपुट टैक्स क्रेडिट) पासऑन का बड़ा घोटाला उजागर हुआ है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, फर्म ए.आई. इंटरप्राइजेज, मती बाजार, नवाबगंज, बाराबंकी (GSTIN-09EDEPG9626P1ZS) और चौहान इंटरप्राइजेज, सफेदाबाद, फैजाबाद रोड, निकट हिंद हॉस्पिटल, बाराबंकी (GSTIN-09AXGPC0436K1Z1) नामक फर्मों का कोई वास्तविक अस्तित्व मौके पर नहीं पाया गया।राज्य कर विभाग की विअनुशा इकाई ने जब इन फर्मों के घोषित व्यापार स्थलों पर जांच की, तो मौके पर न तो फर्म मिली और न ही उनके किराएदारों या व्यापार से संबंधित कोई जानकारी उपलब्ध हो सकी।
ए.आई. इंटरप्राइजेज द्वारा ₹40.16 करोड़ की बोगस आउटवर्ड सप्लाई दिखाकर ₹7.93 करोड़ की फर्जी आईटीसी पासऑन की गई, जबकि चौहान इंटरप्राइजेज ने वित्तीय वर्षों 2023-24 व 2024-25 में ₹153 करोड़ से अधिक की फर्जी बिक्री दिखाकर ₹26.20 करोड़ की बोगस आईटीसी का लाभ दूसरों को पहुंचाया। दोनों फर्मों ने ई-वे बिल तक दाखिल नहीं किए, और इनके दस्तावेजों—जैसे आधार, पैन, किरायानामा व बिजली बिल—भी जांच में फर्जी पाए गए। राजस्व हित में इन दोनों फर्मों के स्वामियों गुफरान पुत्र मोहम्मद इकबाल व अजीत प्रताप चौहान पुत्र रामनारायण चौहान के विरुद्ध कोतवाली नगर, बाराबंकी में संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कराने की संस्तुति की गई है। राज्य कर विभाग के अनुसार, यह पूरा मामला जीएसटी अधिनियम की धारा 16(2)(बी) व 16(2)(सी) का गंभीर उल्लंघन है। विभागीय स्तर से विधिक कार्यवाही की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है।