जिला जज की अध्यक्षता में अधिवक्ताओं से संवाद, सुलह-सफाई से विवादों के निस्तारण पर बल

बाराबंकी,संवाददाता : राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं सर्वोच्च न्यायालय की मीडिएशन एंड कंसीलिएशन प्रोजेक्ट कमेटी के तत्वावधान में चलाए जा रहे राष्ट्रीय मध्यस्थता अभियान के अंतर्गत मंगलवार को जिला बार एसोसिएशन, बाराबंकी के सभागार में एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर जनपद न्यायाधीश व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की अध्यक्ष प्रतिमा श्रीवास्तव की अध्यक्षता में आयोजित हुआ।
शिविर के दौरान जनपद न्यायाधीश ने अधिवक्ताओं से अपील करते हुए कहा कि वे वादकारियों को मुकदमेबाज़ी से बचकर मध्यस्थता एवं सुलह-समझौते के ज़रिए विवादों के निस्तारण के लिए प्रेरित करें। इससे समय और धन दोनों की बचत होती है, साथ ही त्वरित न्याय भी सुनिश्चित होता है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान वैवाहिक विवाद, दुर्घटना दावा, घरेलू हिंसा, चेक बाउंस, वाणिज्यिक विवाद, उपभोक्ता मामले, ऋण वसूली, सेवा विवाद, भूमि अधिग्रहण, संपत्ति बंटवारा जैसे कई दीवानी व आपराधिक मामले सुलह के ज़रिए निपटाए जा सकते हैं।
इस अवसर पर एडीजे प्रथम विनय कुमार, विशेष न्यायाधीश ईसी एक्ट राकेश सिंह, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सुधा सिंह, डीएलएसए सचिव श्री श्रीकृष्ण चंद्र सिंह, बार अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार वर्मा, पूर्व अध्यक्ष हिसाल बारी किदवई व संयुक्त मंत्री पुस्तकालय प्रभारी सुषमा शर्मा समेत अन्य वक्ताओं ने मध्यस्थता की आवश्यकता और लाभों पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन नरेन्द्र कुमार वर्मा ने किया। इस अवसर पर महामंत्री रामराज यादव, वरिष्ठ अधिवक्ता कौशल किशोर त्रिपाठी, अन्य बार पदाधिकारी, वरिष्ठ व कनिष्ठ अधिवक्ता बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
