कार्यक्रम की शुरुआत, भजमन पँचमुखी परमेश्वर, भजन की प्रस्तुति से की
बाराबंकी, संवाददाताः महादेवा महोत्सव में दूसरे दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शृंखला में शनिवार का दिन ख़ास रहा। शाम को प्रसिद्ध भजन गायिका डॉ पूनम श्रीवास्तव ने अपने भजनों से समा बांध दिया। उन्होंने अपने कार्यक्रम की शुरुआत, भजमन पँचमुखी परमेश्वर, भजन की प्रस्तुति से की। इसके बाद, राम का गुण गान करिये भजन प्रस्तुत किया। कोई कहियो रे प्रभु आवन की, खेले मसाने में होली दिगम्बर व इतना तो करना स्वामी शिव के मन शरण हो आदि मनमोहक भजनों की प्रस्तुति से श्रोताओं का मन मोह लिया।
एफएम रेनबो की सिग्नेचर ट्यून, सात सुरों के संग तराने लाये गायन से प्रसिद्ध हुई डॉ पूनम श्रीवास्तव शास्त्रीय संगीत, सुगम संगीत एवं लोक संगीत गायिका है, 35 वर्षो से संगीत के क्षेत्र में गायन एवं संगीत शिक्षण के क्षेत्र में कार्य कर रही है। संगीत के साथ साथ वॉयलिन वादन में भी सिद्धहस्त है। आकाशवाणी एवं दूरदर्शन कलाकार होने के साथ साथ एक उत्कृष्ट लेखिका भी है। संगीत कला संस्थान में निदेशक के रूप में भी कार्य कर रही है। मुख्य अतिथि जिलाधिकारी श्री सत्येंद्र कुमार ने भजन गायिका डॉ पूनम श्रीवास्तव को प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। इस अवसर पर जॉइंट मजिस्ट्रेट सुश्री काव्या सी, उपजिलाधिकारी रामनगर पवन कुमार, उपजिलाधिकारी फतेहपुर राजेश विश्वकर्मा, तहसीलदार रामनगर भूपेंद्र विक्रम सिंह, एसीएमओ डॉ डीके श्रीवास्तव, नायाब तहसीलदार रामनगर सैय्यद तहजीब हैदर, कोतवाल रामनगर अजय त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे। मंच का संचालन प्रवक्ता आशीष पाठक ने किया।