बैरिकेडिंग और इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीमों की तैनाती पर रहा विशेष ध्यान
अयोध्या,संवाददाता : राम मंदिर के शिखर पर 25 नवंबर को होने वाले ऐतिहासिक ध्वजारोहण समारोह से पहले अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था चरम पर पहुँच गई है। रविवार को दो हेलीकॉप्टरों ने लगभग एक घंटे तक शहर के संवेदनशील इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। सूत्रों के अनुसार, इन हेलीकॉप्टरों में सेना और विशेष सुरक्षा समूह (SPG) के अधिकारी सवार थे।
संवेदनशील स्थलों का निरीक्षण
हेलीकॉप्टरों ने रामजन्मभूमि मंदिर परिसर, सरयू घाट, साकेत महाविद्यालय व आसपास के प्रमुख स्थानों का निरीक्षण किया। मंदिर परिसर की सीमाओं, गेटों और भीड़ प्रबंधन क्षेत्रों की विस्तृत समीक्षा, सरयू घाट पर जलमार्ग की निगरानी, साकेत महाविद्यालय के विशेष हेलीपैड का परीक्षण अधिकारियों के अनुसार यह निरीक्षण SPG की मंजूरी पर किया गया, जिसमें ड्रोन नो-फ्लाई ज़ोन, बैरिकेडिंग और इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीमों की तैनाती पर विशेष ध्यान रहा।
पीएम मोदी के रूट पर मल्टी-लेयर सुरक्षा
समारोह के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वायुसेना के विमान से महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुँचेंगे। वहाँ से हेलीकॉप्टर द्वारा साकेत महाविद्यालय उतरने के बाद वे सड़क मार्ग से रामपथ होते हुए गेट नंबर-11 (जगद्गुरु आदि शंकराचार्य द्वार) जाएंगे। करीब 1 किमी लंबे इस रूट पर पुलिस, PAC, CRPF, ATS, बम स्क्वॉड की टीमें, CCTV और ड्रोन निगरानी, क्विक रिस्पॉन्स टीम लगाई जा रही हैं।
एसपीजी की हर बिंदु पर पैनी नजर
SPG की टीम पिछले दो दिनों से अयोध्या में डेरा डाले हुए है और रोजाना सभी स्थानों का निरीक्षण कर रही है। टीम ने साकेत महाविद्यालय हेलीपैड, पीएम शेफ हाउस, राम मंदिर परिसर की सुरक्षा तैयारी की समीक्षा की। कार्यक्रम में देशभर से VIP आने वाले हैं, जिनके लिए 80 चार्टर्ड विमानों की व्यवस्था की गई है। प्रशासन ने यातायात डायवर्जन प्लान भी लागू कर दिया है। स्वागत पथ पर पुष्पवर्षा, स्वस्तिवाचन, शंख-घंटा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रिहर्सल जारी है।
पीएम के रोड शो के लिए 533 शिक्षक तैनात
प्रधानमंत्री के भव्य रोड शो में भीड़ प्रबंधन को सुदृढ़ बनाने के लिए प्रशासन ने बड़ा निर्णय लिया है। 533 प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक साकेत महाविद्यालय से रामजन्मभूमि पथ के गेट नंबर-11 तक दोनों ओर तैनात किए जाएंगे। बेसिक शिक्षा अधिकारी लालचंद सिंह ने शिक्षकों की सूची सुरक्षा एजेंसियों को सौंप दी है। सभी शिक्षकों को सुबह 8 बजे तक स्थल पर पहुँचने, पहचान पत्र साथ रखने, अनुशासन बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। समन्वय के लिए 12 खंड शिक्षा अधिकारियों को अलग-अलग सेक्टर सौंपे गए हैं।
























