शिवभक्तों ने पवित्र सरयू स्नान कर भगवान शिव का जल और दूध से अभिषेक किया
अयोध्या,संवाददाता : भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या सोमवार को पूरी तरह से शिवमय हो उठी। श्रावण मास के दूसरे सोमवार पर श्रद्धा, आस्था और उत्साह का अद्भुत संगम देखने को मिला। सुबह तड़के चार बजे से ही सरयू नदी के घाटों पर ‘हर हर महादेव’, ‘बम बम भोले’ और ‘जय भोलेनाथ’ के जयघोष गूंज उठे। शिवभक्तों ने पवित्र सरयू स्नान कर भगवान शिव का जल और दूध से अभिषेक किया।
कामिका एकादशी और सोमवार का पावन संयोग
इस बार रविवार शाम से ही कामिका एकादशी और सोमवार के संयोग के चलते कांवड़ियों का आगमन शुरू हो गया था, जो सोमवार पूरे दिन भर जारी रहा। पूरी रामनगरी भगवा रंग में रंग गई है। देशभर से आए कांवड़ियों के समूहों ने अयोध्या की गलियों को भक्ति रस से सराबोर कर दिया है।
त्रयोदशी तिथि तक भक्तिमय माहौल की संभावना
इस बार त्रयोदशी तिथि मंगलवार को पड़ने के कारण श्रद्धालुओं की भीड़ दो दिनों तक बनी रहने की संभावना है। प्रशासन ने भीड़ को देखते हुए व्यापक तैयारियाँ की हैं। अयोध्या को कई सुरक्षा जोनों में बांटकर अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
जिलाधिकारी निखिल फुंडे और एसएसपी गौरव ग्रोवर ने रविवार को तैयारियों का निरीक्षण कर अंतिम रूप दिया। धर्मपथ से वृहस्पति कुंड चौराहे तक वाहनों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है।
यातायात व्यवस्था में बदलाव
अयोध्या से बाहर जाने वाले और आने वाले मुख्य मार्गों पर भी विशेष यातायात योजना लागू है:
- राष्ट्रीय राजमार्ग 27 (अयोध्या-बस्ती-गोरखपुर) मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद
- लखनऊ-बाराबंकी मार्ग से अयोध्या आने वाले भारी वाहनों को रामसनेही घाट से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की ओर मोड़ा जा रहा
- यही व्यवस्था अम्बेडकरनगर और गोंडा मार्गों पर भी लागू
- यह यातायात प्रतिबंध 23 जुलाई तक प्रभावी रहेगा
राममंदिर और हनुमानगढ़ी में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
श्रावण सोमवार होने के कारण राममंदिर और हनुमानगढ़ी में सुबह से ही दर्शनार्थियों की लंबी कतारें लगी रहीं। भक्त पंक्तिबद्ध होकर श्री रामलला और हनुमान जी के दर्शन कर पुण्य लाभ ले रहे हैं।