टीम ने बालिका व उसके परिजनों से की विस्तृत पूछताछ,दस्तावेजों का किया सत्यापन
अमेठी,संवाददाता : जनपद में 25 अगस्त को एक संभावित बाल विवाह की सूचना मिलने पर बाल संरक्षण अधिकारी ने तत्काल संज्ञान लिया। जिला प्रोबेशन अधिकारी अनिल कुमार मौर्य के निर्देश पर चाइल्ड हेल्पलाइन टीम मौके की जांच के लिए रवाना हुई।
गौरीगंज स्थित बूढ़ी माता मंदिर में पहुंची टीम का नेतृत्व प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर गौरव श्रीवास्तव ने किया। उनके साथ टीम सदस्य रुचि सिंह, रोशन लाल, एवं बाल संरक्षण अधिकारी अजय यादव व शिवप्रसाद सिंह मौजूद रहे। टीम ने बालिका व उसके परिजनों से विस्तृत पूछताछ की और दस्तावेजों का सत्यापन किया। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि बालिका की आयु 18 वर्ष से अधिक है, जिससे मामला बाल विवाह की श्रेणी में नहीं आता। बालिका के पिता ने बताया कि विवाह दोनों परिवारों की सहमति और बच्चों की इच्छा से तय हुआ है।
जांच पूरी होने के बाद चाइल्ड हेल्पलाइन टीम ने बाल विवाह की आशंका से इनकार करते हुए परिजनों को कानूनी जानकारी, बाल संरक्षण कानून, और विवाह संबंधी जरूरी सावधानियों के बारे में जागरूक किया। जिला प्रशासन ने त्वरित जांच और समन्वित कार्रवाई करने वाली टीम की प्रशंसा की। टीम ने परिजनों को सलाह दी कि भविष्य में किसी प्रकार की कानूनी अनभिज्ञता से बचने के लिए बाल संरक्षण विभाग से संपर्क करते रहें। जांच उपरांत यह पुष्टि हुई कि बालिका पूरी तरह सुरक्षित है और विवाह कानूनी रूप से वैध है।