बोले बृजलाल, एसटीएफ़ पर अखिलेश यादव ने भद्दी टिप्पणी की, इन्हें हमारी इलीट फ़ोर्स में भी जाति दिखाई पड़ती है
बृजलाल,लखनऊः यूपी के पूर्व डीजीपी व सांसद बृजलाल का कहना है कि एसटीएफ पर अखिलेश यादव ने बेहद भद्दी टिप्पणी की है, इन्हें हमारी इलीट फ़ोर्स में भी जाति दिखाई पड़ती है। उन्होंने कहा कि दरअसल, एसटीएफ़ ने जिस चंबल, पाठा के डकैतों का सफाया किया, उसको समाजवादी पार्टी ही तो पालती थी। चंबल का कुख्यात निर्भय गुज़र्र टीवी पर बोलता था कि उसने समाजवादी पार्टी के चाचा और वरिष्ठ नेताओं को सोनें- चाँदी के मुकुट पहनाये। अरविंद गूज़र, राजवीर गूज़र, सलीम गूज़र, बबली आदि चंबल के दस्युवों की मदद चुनाव में ली जाती थी, उनके फ़रमान जारी होते थे। इन्ही दस्यु- गिरोहों के माध्यम से “फिरौती के लिए अपहरण” का उद्योग चलाया जाता था। कौन लोग फिरौती के लिए बिचौलिये का काम करते थे, इटावा के जन-जन को मालूम है। योगीराज में चंबल/ पाठा के दस्युवों का सफ़ाया हुआ। पाठा का सात लाख का इनामी कुख्यात ददुवा जब 300 से अधिक जुर्मों में फ़रार चल रहा था, तब मुलायम सिंह यादव जी ने उसके पुत्र वीर सिंह को चित्रकूट का ज़िला परिषद अध्यक्ष बनाया और बाद में समाजवादी पार्टी का एमएलए। ददुवा के भाई बाल कुमार को समाजवादी पार्टी के टिकट पर लोक सभा का सांसद बनाया गया, भतीजे राम सिंह को एमएलए। कुख्यात फूलन देवी को समाजवादी पार्टी का दो बार सांसद जिसके हाथ “बेहमई नरसंहार” के 22 लोगों के खून से रंगे थे। डाकुओं, माफ़ियॉवों को पालने वाली पार्टी का मुखिया अब एसटीएफ़ पर भद्दी टिप्पड़ी कर रहा है।एसटीएफ़ कर्मियों को भारत के राष्ट्रपति द्वारा 81 बहादुरी के पदक मिल चुके है और 60 “आउट ऑफ़ टर्न” प्रमोशन। मैं भी अपराध, क़ानून- व्यवस्था के साथ एसटीएफ़ और यूपी एटीएस का प्रभारी साढ़े चार वर्षों तक रहा हूँ। उस एसटीएफ़ पर उँगली उठाई गई, जिसकी एक इलीट-फ़ोर्स के रूप में पहचान उत्तरप्रदेश के अलावा पूरे देश में है।