बुधवार को भी राज्य स्वास्थ्य सचिवालय के बाहर अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा
कोलकाताः पश्चिम बंगाल के हड़ताली डॉक्टरों ने विभाग के तीन शीर्ष अधिकारियों के इस्तीफे की मांग को लेकर कमर कस ली है। उन्होंने बुधवार को भी राज्य स्वास्थ्य सचिवालय के बाहर अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा। हालांकि उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय में संदेश भेजा कि वे उत्पन्न गतिरोध को समाप्त करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ बातचीत को तैयार हैं।आर जी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में गत नौ अगस्त को एक महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और उसकी हत्या के बाद शुरू हुआ आंदोलन बुधवार को 34वें दिन भी जारी रहा।
मुख्यमंत्री के अलावा किसी भी अन्य व्यक्ति के साथ बातचीत नहीं करने पर अड़े डॉक्टरों ने मंगलवार शाम तक काम पर लौटने के सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश की भी अनदेखी कर दी है।ममता ने अपने ख़िलाफ दुष्प्रचार अभियान पर साधा था निशानाकोलकाताः बीते दिनों मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने खिलाफ दुर्भावनापूर्ण दुष्प्रचार अभियान पर निशाना साधा था। कहा था कि मैंने कभी भी प्रदर्शनकारी छात्रों को धमकी नहीं दी। ममता बनर्जी ने एक्स पर एक संदेश में कहा “ मैं स्पष्ट कर दूं कि मैंने छात्रों या उनके आंदोलनों के खिलाफ एक भी शब्द नहीं बोला है। मैं उनके आंदोलन का पूरा समर्थन करती हूं। उनका आंदोलन सच्चा है। मैंने उन्हें कभी धमकी नहीं दी, जैसा कि कुछ लोग मुझ पर आरोप लगा रहे हैं। यह आरोप पूरी तरह से गलत है।”उनकी यह टिप्पणी सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की छात्र शाखा के सदस्यों को संबोधित करने के एक दिन बाद दी थी।