बॉस्की के कप्तान चाचा’ का मंचन कर बच्चों में देशभक्ति का जज्बा जगाया
जयपुरः स्वाधीनता दिवस के उपलक्ष्य में जयपुर में मशहूर साहित्यकार गुलज़ार लिखित कहानी पर आधारित नाटक ‘ बॉस्की के कप्तान चाचा’ का सफल मंचन हुआ। इसमें बच्चों में देशभक्ति का जज्बा जगाया और राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के महत्व को समझाया गया।
जवाहर कला केन्द्र की ओर से विशेष नाट्य प्रस्तुति का आयोजन किया गया। वरिष्ठ नाट्य निर्देशक सलीम आरिफ़ के निर्देशन में इस नाटक का मंचन किया गया। नाटक के पहले शो में स्कूली बच्चों ने हिस्सा लिया, जबकि दूसरे शो में हर उम्र के कला प्रेमी दर्शक बने। इस कहानी के सूत्रधार और आधार दोनों बच्चे हैं। पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए सलीम आरिफ़ ने बताया कि गुलज़ार ने अपनी बेटी बॉस्की (मेघना गुलज़ार) को इस नाटक की कहानी तोहफ़े के रूप में दी थी।
बॉस्की के कप्तान चाचा का यह 11वां और राजस्थान में पहला शो रहा। नाटक के नायक हैं कप्तान चाचा। कारगिल वॉर में हिस्सा ले चुके कप्तान अब रिटायर्ड हो चुके हैं और मुंबई की चॉल में रहने आए हैं। पूर्व सैनिक के सीने में देशभक्ति का वही जज्बा अब भी बरकरार है और वे चाहते हैं कि देश के सभी नागरिक देश से प्रेम करें। राष्ट्रीय अस्मिता को समझें, जिससे राष्ट्र के प्रति प्रेम बढ़े।