रायबरेलीः मुंशीगंज स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में बच्चों के जीर्ण गुर्दा रोग को लेकर नयी सुविधा का शुभारंभ हुआ है।ये अब निरन्तर एम्बुलेटरी पेरिटोनियल डायलिसिस का शुभारंभ करने वाला उत्तर प्रदेश का दूसरा सरकारी संस्थान बन गया है।
रविवार को एम्स के प्रवक्ता डॉ़ सुयश सिंह ने बताया कि संस्थान ने सफलतापूर्वक अपने बाल चिकित्सा निरंतर एम्बुलेटरी पेरीटोनियल डायलिसिस (सीएपीडी) कार्यक्रम का शुभारंभ किया। संस्थान में इलाज करा रहे रोगी बच्चे को, क्रोनिक किडनी रोग जिसमे गुर्दा खराब होने का आख़िरी स्टेज का मामला पाया गया था। इस मामले में महत्वपूर्ण बात यह थी कि बच्चे के माता-पिता को बच्चे की किडनी प्रत्यारोपण की योजना बनाने से पहले उसके रखरखाव डायलिसिस आदि की भी आवश्यकता थी, जिसका पूरा ध्यान रखा जाता है।