चीन ने नेपाल में बनाया एयरपोर्ट, इसी वर्ष उद्घाटन और अब भीषण दुर्घटना
लखनऊः नेपाल में एक विमान पहाड़ी से टकराने के बाद पोखरा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर ही क्रैश हो गया। थोड़ी ही देर में विमान आग का गोला बन गया। घटना में विमान के अंदर 68 यात्रियों और चार क्रू मेंबर की मौत हो गई। एयरपोर्ट पर भगदड़ मच गई। फ़ायरकर्मी व एयरपोर्ट स्टाफ़ बचाव को तैयार होते, उससे पहले चंद सेकंड में विमान के परखच्चे उड़ गए। ख़ास बात यह है कि यह एयरपोर्ट चीन की मदद से तैयार हुआ।इसका इसी साल एक जनवरी को नवनियुक्त प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने उद्घाटन किया था। यह परियोजना चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) सहयोग का हिस्सा थी।
एयरलाइंस का प्लेन काठमांडू से 205 किमी दूर पोखरा में क्रैश हुआ। यह ATR-72 प्लेन था, जिसमें 68 यात्री और चार क्रू मेंबर सवार थे। पोखरा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर लैंडिंग से महज 10 सेकेंड पहले विमान पहाड़ी से टकरा गया। इससे प्लेन में आग लग गई और वह खाई में जा गिरा। काठमांडू पोस्ट अखबार के मुताबिक, एयरपोर्ट निर्माण के लिए नेपाल सरकार ने चीन के साथ मार्च 2016 में 22 अरब रुपए के सॉफ्ट लोन समझौते पर दस्तखत किए थे।
68 शव निकाले गएः
पोखरा के जिला अधिकारी टेक बहादुर केसी ने बताया कि विमान के मलबे से 68 शव निकाले जा चुके हैं।चश्मदीदों का कहना है कि हादसे में कोई भी जिंदा नहीं बचा। अभी तक सिर्फ पांच शवों की पहचान हो पाई है। बाकी शवों को पहचानना मुश्किल है। फ्लाइट में सवार चार अन्य लोगों का पता नहीं चल पा रहा है। इनकी तलाश में गोताखोरों को नदी में उतारा गया है।
मरने वालों में पांच भारतीय भीः विमान में पांच भारतीय यात्री भी सवार थे। घटनास्थल से दो लोगों को जीवित निकाला गया, दोनों मछुआरे थे। अब तक 20 शवों की पहचान हो गई है। पहचान नहीं हुए शवों को डीएनए परीक्षण के लिए हेलीकॉप्टर के जरिए काठमांडू भेजा जाएगा। परीक्षण के बाद ही पहचान संभव होगी।