बी-प्राक, धीरेंद्र शास्त्री समेत पहुंचे कई खास मेहमान
जयपुर संवाददाता : वृंदावन के युवा कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और हरियाणा की शिप्रा शर्मा शुक्रवार को दिल्ली रोड स्थित एक होटल में वैदिक रीति-रिवाजों के साथ विवाह बंधन में बंधे। समारोह पूरी तरह पारंपरिक और सात्विक माहौल में आयोजित किया गया।

तिरुपति बालाजी मंदिर की तर्ज पर बनाए गए विशेष मंडप में दोनों ने वैदिक परंपरा के अनुसार सात फेरे लिए। हर चौकी पर इष्ट देवों की स्थापना की गई, जबकि वैदिक मंत्रोच्चारण से पूरा वातावरण पावन और आध्यात्मिक बना रहा। विवाह की सात्विकता बनाए रखने के लिए भोजन में लहसुन और प्याज पूरी तरह वर्जित रखा गया।

मंडप को कोलकाता से मंगाए गए विशेष फूलों से सजाया गया, जो समारोह का मुख्य आकर्षण रहा। विवाह में बी-प्राक, धीरेंद्र शास्त्री और कई संत-समाज के प्रमुख लोगों ने शिरकत कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

सुबह 11:15 बजे इंदेश मंडप में पहुंचे, जहां सभी पंडितों ने उन्हें आशीर्वाद दिया। दोपहर 12 बजे शिप्रा गोल्डन साड़ी में मंडप में पहुंचीं। इंद्रेश ने हाथ में चांदी की छड़ी लिए सभी रस्में निभाई। इससे पहले सुबह सेहराबंदी हुई, जिसके बाद बारात निकली। इसमें जयपुर के बैंड वादकों ने विशेष धुने बजाई। शाम को जयमाला और आशीर्वाद समारोह हुआ। बॉलीवुड सिंगर बी प्राक भी सूट बूट में नजर आए। डीजे अंश नरूला ने बताया कि पहली बार किसी शादी में उन्होंने बॉलीवुड के गीतों की बजाय भजन और लोकगीत प्ले किए।

हरिद्वार, नासिक और वृंदावन से आए 101 पंडितों ने विधि-विधान के साथ फेरे करवाए। इंद्रेश ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच शिप्रा की मांग में सिदूर भरा। साथ ही उन्हें ओडिशा के जगन्नाथपुरी का प्रसाद भी सौंपा। कवि कुमार विश्वास, कथावाचक देवी चित्रलेखा, संत जयराम दास, सबसे कम उम्र के सुपरस्टार सिंगर तीन के राइजिंग स्टार कथावाचक भागवत शर्मा, चांदी की टकसाल काले हनुमान मंदिर के महंत गोपालदास, युवाचार्य पं. योगेश शर्मा, विधायक बालमुकुंदाचार्य ने भी शादी में शिरकत की।

























