इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को दिया था श्रीमद्भगवद्गीता का उपदेश
डॉ. उमाशंकर मिश्रा,लखनऊ : दिसंबर माह की पहली एकादशी मोक्षदा एकादशी आज 1 दिसंबर 2025 को पड़ रही है। हिंदू वैदिक पंचांग के अनुसार यह एकादशी मार्गशीर्ष/अगहन शुक्ल पक्ष में मनाई जाती है। यह तिथि इसलिए विशेष मानी जाती है क्योंकि इसी दिन महाभारत युद्धभूमि में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को श्रीमद्भगवद् गीता का उपदेश दिया था। इसीलिए आज गीता जयंती भी मनाई जा रही है।
पारण का समय
मोक्षदा एकादशी का पारण 2 दिसंबर को सुबह 8:00 बजे से 10:00 बजे के बीच करना श्रेष्ठ माना गया है।
मोक्षदा एकादशी का महत्व
साल में आने वाली सभी एकादशी तिथियाँ शुभ मानी जाती हैं, लेकिन मोक्षदा एकादशी का विशेष आध्यात्मिक महत्व है। मान्यता है कि इस व्रत से घर-परिवार का उद्धार होता है, पितरों को मोक्ष प्राप्त होता है, व्रतधारी के सभी पाप नष्ट होते हैं, मृत्यु के बाद स्वर्ग लाभ मिलता है पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार की सुख-समृद्धि के लिए यह व्रत अत्यंत फलदायी माना गया है।
पौराणिक कथा
कथा के अनुसार, राजा वैखानस ने स्वप्न में देखा कि उनके पिता नरक में कष्ट झेल रहे हैं। इसके बाद वे पर्वत महात्मा के आश्रम पहुँचे और मुक्ति का उपाय पूछा। महात्मा ने बताया कि पिछले जन्म के दुष्कर्मों के कारण उनके पिता नरक भोग रहे हैं। समाधान के रूप में उन्होंने राजा को मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की मोक्षदा एकादशी का व्रत करने को कहा। राजा ने पूर्ण विधि-विधान से व्रत किया, जिसके प्रभाव से उनके पिता को मोक्ष प्राप्त हुआ और राजा को भी आशीर्वाद मिला।





















