बनेगा मेडिकल, नर्सिंग और पैरामेडिकल कॉलेज
ग्रेटर नोएडा : राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (GIMS) को अब सुपरस्पेशियलिटी शिक्षा का हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। संस्थान में कई सुपरस्पेशियलिटी पाठ्यक्रमों को मंजूरी मिल गई है। साथ ही परिसर की 56 एकड़ भूमि पर मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज और पैरामेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए धनराशि भी आवंटित की गई है। यह निर्णय मुख्य सचिव एस.पी. गोयल की अध्यक्षता में हुई संस्थान की 10वीं शासी निकाय की बैठक में लिया गया। बैठक में कई महत्वपूर्ण एजेंडा पर चर्चा की गई। इसी क्रम में ग्रेटर नोएडा इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (GNIDA) द्वारा गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय (GBU) की 56 एकड़ भूमि पर मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज और पैरामेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए दूसरे चरण की राशि आवंटन प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
इन सुपरस्पेशियलिटी कोर्सों को मंजूरी
संस्थान में अब यूरोलॉजी, न्यूरोलॉजी, पीडियाट्रिक सर्जरी, क्रिटिकल केयर मेडिसिन, कार्डियोलॉजी, मेडिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, मेडिकल ऑन्कोलॉजी और न्यूरोसर्जरी में सुपरस्पेशियलिटी पाठ्यक्रम (DM/MCH/DrNB) शुरू किए जाएंगे। इसके अलावा नियोनेटोलॉजी, पेन मेडिसिन, रीजनल एनेस्थीसिया, डेंटल सर्जरी और क्रिटिकल केयर में फेलोशिप कोर्स भी शुरू होंगे। साथ ही संस्थान में राष्ट्रीय आपातकालीन जीवन रक्षक (NELS) प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने की सैद्धांतिक मंजूरी दी गई।
पश्चिमी यूपी के लिए बनेगा उच्च स्तरीय चिकित्सा केंद्र
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा अमित कुमार घोष ने कहा कि संस्थान में रोबोटिक सर्जरी, उच्चस्तरीय निदान और सटीक चिकित्सा (Precision Medicine) जैसी उन्नत रोगी देखभाल सुविधाएं विकसित की जाएं। उन्होंने कहा कि एसजीपीजीआई की तर्ज पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चिकित्सा उत्कृष्टता केंद्र के रूप में GIMS को विकसित करने की दिशा में कदम तेज किए जाएंगे।























