पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन के आधार पर पता लगाया
फतेहपुर संवाददाता : प्रेम संबंध के उलझे धागे आखिर खून में बदल गए। एक महिला ने अपने ही प्रेमी की हत्या करवा दी। कारण प्रेमी उस पर शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डाल रहा था। जबकि महिला इससे इनकार कर रही थी।मामला फतेहपुर में 10 अक्टूबर को बीकानेर-झुंझुनूं बाइपास पर बाइक सहित जले युवक की मौत का है। फतेहपुर कोतवाली पुलिस ने इस हत्याकांड का राज खोलते हुए एक महिला को गिरफ्तार किया है।
प्रेम और अविश्वास के बीच टूटी डोर
पुलिस के अनुसार मृतक दयाचंद एसी-फ्रिज मैकेनिक था। उसकी जली हुई लाश चित्रकूट बालाजी मंदिर के पीछे सड़क किनारे मिली थी। जांच में पता चला कि हत्या सीता देवी (33) पत्नी कुलदीप निवासी थूईया पुलिस थाना भट्टकला जिला फतेहाबाद हाल गारिन्डा (फतेहपुर) ने अपने जीजा पवन निवासी हुडेरा और उसके साथियों की मदद से करवाई थी।
सीता देवी ने बताया कि पति से अनबन के कारण वह गत 8-10 साल से फतेहपुर में किराए के मकान में रहती थी और प्राइवेट अस्पतालों में खाना बनाकर बच्चों का पालन कर रही थी। करीब दो-तीन साल पहले दयाचंद उसके मकान पर बिजली का काम करने आया था यहीं से बातचीत और नजदीकी शुरू हुई। पवन ने योजना बनाई दयाचंद को मिलने के बहाने हुडेरा गांव की तरफ बुलाया। 9 अक्टूबर उन्होंने दयाचंद को कार में डालकर सुनसान जगह ले जाकर रातभर पीटा। मारपीट में उसकी मौत हो गई। दयाचंद की मौत को दुर्घटना का रूप देने के लिए उसकी बाइक व शव को चित्रकुट बालाजी धाम मन्दिर के पीछे एनएच 11 पर सूनसान इलाके में ले जाकर आग लगाकर जला दिया।
तकनीकी जांच ने खोला राज
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन के आधार पर सीता देवी को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने अपराध कबूल कर लिया। आरोपी पवन व उसके साथी फरार हैं।पुलिस ने बताया कि हत्याकांड के मुख्य आरोपी हुडेरा निवासी पवन कुमार और उसके साथियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई, जो उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। पुलिस ने यह भी बताया कि पवन एक अपराधिक प्रवृति का व्यक्ति है और जिसके खिलाफ पहले से ही 6 प्रकरण दर्ज है।
सीता नहीं मानी तो शुरू हुआ दबाव
दयाचंद अविवाहित था और सीता से प्रेम करने लगा था। वह बार-बार उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालने लगा। सीता के मना करने पर उसने मोहल्ले में उसकी बदनामी शुरू कर दी। दयाचंद जहां-जहां सीता किराए का मकान लेती वहां उसे बदनाम कर मकान छुड़वा देता। परेशान होकर सीता ने यह बात अपने जीजा पवन को बताई।





















