काराकाट से निर्दलीय उम्मीदवार, पवन सिंह का हलफनामे में नहीं लिया नाम
बिहार,,संवाददाता : भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार वजह उनकी निजी जिंदगी नहीं, बल्कि उनका चुनावी हलफनामा है। काराकाट विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल करते हुए ज्योति सिंह ने खुद को “परित्यक्त नारी” घोषित किया है — और अपने पति पवन सिंह का नाम तक हलफनामे में नहीं लिया है। चुनाव आयोग को दिए गए दस्तावेज़ों में, पति के कॉलम में उन्होंने साफ तौर पर “परित्यक्त नारी” लिखा है। न तो पवन सिंह का कोई जिक्र किया गया, न ही उनकी संपत्तियों या आय के बारे में कोई जानकारी दी गई है। इससे स्पष्ट है कि ज्योति सिंह ने कानूनी तौर पर खुद को पति से अलग बताया है।

सम्मान और आत्मनिर्भरता के मुद्दे पर चुनाव
अपने हलफनामे में ज्योति सिंह ने खुलासा किया है कि बीते 5 वर्षों में उनकी संपत्ति में कोई उल्लेखनीय वृद्धि नहीं हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि उनके पास कोई बड़ी आय का स्रोत नहीं है और न ही कोई नई अचल संपत्ति। इन तथ्यों को देखते हुए माना जा रहा है कि वह यह चुनाव व्यक्तिगत सम्मान, आत्मनिर्भरता और पहचान की लड़ाई के रूप में लड़ रही हैं।
ज्योति का बयान और प्रशांत किशोर से मुलाकात

कुछ दिन पहले ज्योति सिंह ने लाइव आकर अपने साथ हुए अन्याय को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि अब वह चुप नहीं बैठेंगी और अपने अधिकारों के लिए लड़ेंगी। इसी क्रम में उन्होंने जन सुराज अभियान के नेता प्रशांत किशोर से भी मुलाकात की थी, जिसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि वह जन सुराज से टिकट ले सकती हैं। हालांकि उन्होंने निर्दलीय रूप से पर्चा दाखिल किया है।
भोजपुरी इंडस्ट्री और राजनीति में हलचल
इस घटनाक्रम के बाद बिहार की राजनीति के साथ-साथ भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में भी चर्चा गर्म है। ज्योति सिंह का यह कदम निजी पीड़ा को सार्वजनिक राजनीतिक आंदोलन में बदलने का संकेत देता है।