इस बार हमारे पास करीब 250 तरह के पटाखे हैं, जिनकी कीमतें ₹200 से ₹3000 तक हैं
कोलकाता, संवाददाता : काली पूजा और दिवाली के त्योहारों के मद्देनज़र कोलकाता के मशहूर बाजी बाजार में इस बार देशभक्ति और आधुनिकता का अनोखा संगम देखने को मिल रहा है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ थीम वाले पटाखों ने बाजार में खूब धूम मचा दी है। हेलीकॉप्टर, ड्रोन और मिसाइल जैसे डिज़ाइन वाले पटाखे, साथ ही राष्ट्रीय ध्वज की थीम में रंगे ‘मोर’ जैसे आइटम ग्राहकों को खूब लुभा रहे हैं। ये खास पटाखे दक्षिण भारत के शिवकाशी और पश्चिम बंगाल के चंपाहाटी और नुंगी के कारीगरों द्वारा बनाए गए हैं।
“इस बार हमारे पास करीब 250 तरह के पटाखे हैं, जिनकी कीमतें ₹200 से ₹3000 तक हैं,”
— मिलन दत्ता, अध्यक्ष, नॉर्थ डिविजन बाजी बाजार
दत्ता ने बताया कि 14 अक्टूबर से बाज़ार खुलने के बाद उनके स्टॉल पर प्रतिदिन ₹40,000 से ₹50,000 की बिक्री हो रही है। इस थीम की प्रेरणा हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई से ली गई है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने नियंत्रण रेखा के पार जाकर आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था।इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, और इसके बाद पूरे देश में सुरक्षा और सेना के समर्थन को लेकर नई लहर उठी थी। अब यह भावना पटाखों की डिजाइन और थीम में भी झलक रही है।
“ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर बने पटाखों की मांग बहुत तेज़ है,”
— बाबला रॉय, सचिव, पश्चिम बंगो आतिशबाजी उन्नयन समिति
क्या ये पटाखे पर्यावरण के अनुकूल हैं?
मिलन दत्ता का दावा है कि ये सभी पटाखे NEERI (राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान) के मानकों के अनुसार बनाए गए हैं। इनका धुआं कम है और शोर भी निर्धारित सीमा के अंदर है।
लोकप्रिय आइटम्स:
- हेलीकॉप्टर फायरवर्क्स
- ड्रैगनफ्लाई धूमकेतु
- ‘मोर’ — राष्ट्रीय ध्वज के रंगों में
- ‘शंख’ डिज़ाइन
- मिसाइल गोले