मध्य प्रदेश में कोल्ड्रिफ सिरप के सेवन से 22 बच्चों की जान जा चुकी है
नई दिल्ली,संवाददाता : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भारत में निर्मित तीन कफ सिरप — कोल्ड्रिफ, रेस्पिफ्रेश टीआर और रीलाइफ — को “घटिया और जानलेवा” बताते हुए गंभीर अंतरराष्ट्रीय अलर्ट जारी किया है। इन दवाओं में डाइएथिलीन ग्लाइकॉल जैसे जहरीले केमिकल पाए गए हैं, जो मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत घातक हैं। डब्ल्यूएचओ ने दुनिया भर की दवा नियामक संस्थाओं से अपील की है कि यदि ये दवाएं उनके क्षेत्र में मिलें, तो तत्काल कार्रवाई करें और मरीजों पर नजर रखें।
22 बच्चों की मौत, तीन और की पुष्टि
यह अलर्ट ऐसे समय पर आया है जब: मध्य प्रदेश में कोल्ड्रिफ सिरप के सेवन से 22 बच्चों की जान जा चुकी है। राजस्थान में इसी तरह की दवा से 3 बच्चों की मौत हुई है। इन मौतों की जांच में स्पष्ट हुआ कि बच्चों ने इन्हीं दवाओं का सेवन किया था। कौन बना रहा था ये दवाएं? इन सिरपों का उत्पादन निम्न कंपनियों द्वारा किया गया: श्रीसन फार्मास्युटिकल्स, रेडनेक्स फार्मास्युटिकल्स, शेप फार्म राज्य सरकारों ने इनकी फैक्ट्रियों में उत्पादन बंद करवा दिया, लाइसेंस निलंबित किए और बाजार से दवाएं वापस मंगवाई हैं।
क्या कहता है सीडीएससीओ और डब्ल्यूएचओ?
- सीडीएससीओ (भारत की केंद्रीय दवा नियंत्रण संस्था) ने 8 अक्टूबर को WHO को सूचित किया।
- WHO का कहना है कि दिसंबर 2024 के बाद बने बैचों पर विशेष निगरानी रखें।
- अब तक इन दवाओं का कोई निर्यात प्रमाण नहीं मिला है, लेकिन WHO ने वैश्विक सतर्कता की सिफारिश की है।