तेंदुआ बेसौली स्थित एक गौशाला के सीसीटीवी कैमरे में भी रिकॉर्ड हुआ था
सीतापुर, संवाददाता: सीतापुर जिले के एक गांव में वन विभाग द्वारा लगाये गये एक पिंजरे में आतंक का पर्याय बना एक तेंदुआ क़ैद हो गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि संदना क्षेत्र के बसौली गाँव में लगभग एक महीने से तेंदुए का खौफ था और आखिरकार रविवार देर रात वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे में वह कैद हो गया। ग्रामीण लगातार उसके पैरों के निशान देखने का दावा कर रहे थे और तेंदुआ बेसौली स्थित एक गौशाला के सीसीटीवी कैमरे में भी रिकॉर्ड हुआ था। ग्रामीणों के मुताबिक तेंदुए ने गाँव की गौशाला में मवेशियों का शिकार करने के लिए कई बार हमला किया और कई मवेशियों को मार डाला। बाद में वन विभाग के अधिकारियों ने भी कुछ पैरों के निशानों की जाँच की और तेंदुए की पुष्टि की।
इसके बाद, गौशाला के पास वाले इलाके में एक पिंजरा लगाया गया। रविवार की रात को उनके प्रयास सफल रहे जब एक खूँखार तेंदुआ जाल में फँस गया। तेंदुए के पकड़े जाने की सूचना पर वन विभाग और स्थानीय पुलिस की एक टीम मौके पर पहुँची। प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) नवीन खंडेलवाल ने पत्रकारों को बताया कि पकड़ा गया तेंदुआ वयस्क है और उसे पिंजरे में कैद कर लिया गया है। खंडेलवाल ने कहा कि उसकी मेडिकल जांच की जाएगी और कुछ अन्य परीक्षण किए जाएंगे, इसके बाद तेंदुए पर निर्णय लिया जाएगा।