जब सड़क किनारे के गड्ढे तालाब बन ही गए हैं तो इन्हें पर्यटन स्थल घोषित कर दिया जाए : ग्रामीणों ने कसा तंज
सूरतगंज (बाराबंकी), संवाददाता: पीडब्ल्यूडी ने दावा किया था कि सड़क पटरियों को कटने से बचाने के लिए लाखों की लागत से बाउंड्री बनाई गई है। मगर पहली ही बरसात ने विभाग की मेहनत और इरादों की पोल खोल दी। बाउंड्री ढहते ही मिट्टी बहने लगी और सड़कें गहरे गड्ढों में तब्दील हो गईं।ग्रामीणों ने तंज कसते हुए कहा कि “सड़क के धंसने पर चलना अब साहस की परीक्षा होगी, नाव से सफर ज्यादा आसान लगेगा।
किसान नेता विजय कुमार ने कहा कि विभाग ने घटिया निर्माण कराकर करोड़ों की योजनाओं को मजाक बना दिया। वहीं ग्रामीणों ने व्यंग्य कसते हुए कहा कि “जब सड़क किनारे के गड्ढे तालाब बन ही गए हैं तो इन्हें पर्यटन स्थल घोषित कर दिया जाए, कम से कम सैलानी तो आएंगे।”लोगों का कहना है कि यदि जिम्मेदार अधिकारी अब भी नहीं जागे तो आने वाले दिनों में सड़क का अस्तित्व ही मिट्टी में समा जाएगा।