उत्तर प्रदेश पुलिस ने ‘डिजिटल वॉरियर’ मिशन में जोड़ा छात्र-छात्राओं का उत्साह

बाराबंकी, संवाददाता: डिजिटल युग में जहां एक ओर सोशल मीडिया संवाद का सबसे आसान जरिया बन चुका है, वहीं इसके दुरुपयोग से समाज को गंभीर नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। फेक न्यूज और साइबर ठगी जैसी घटनाएं दिन-प्रतिदिन बढ़ रही हैं। इसी चुनौती का सामना करने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने “डिजिटल वॉरियर” अभियान की शुरुआत की है।
इस अभियान का मकसद युवाओं को जिम्मेदार डिजिटल नागरिक बनाना है। कॉलेज और विश्वविद्यालय स्तर पर विशेष कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं, जहां छात्रों को साइबर सुरक्षा, फेक न्यूज की पहचान और सोशल मीडिया के जिम्मेदार उपयोग की जानकारी दी जाती है।विशेषज्ञ बताते हैं कि साइबर अपराधी ज्यादातर युवाओं को ही निशाना बनाते हैं।
कभी ऑनलाइन गेम, तो कभी नकली ऑफर या फिर बैंकिंग फ्रॉड के नाम पर ठगी की जाती है। पुलिस का मानना है कि यदि युवा खुद जागरूक होंगे और अपने आसपास के लोगों को सतर्क करेंगे तो साइबर अपराधियों की कोशिशें काफी हद तक नाकाम हो जाएंगी।अभियान से जुड़े एक छात्र ने बताया कि अब वह अपने दोस्तों को बिना सत्यापन के किसी खबर या पोस्ट को आगे न बढ़ाने की सलाह देता है। वहीं पुलिस अधिकारियों ने यह भी कहा कि “डिजिटल वॉरियर” के तौर पर तैयार किए गए छात्र न केवल समाज को फेक न्यूज से बचाएंगे बल्कि डिजिटल सुरक्षा को मजबूत बनाने में भी योगदान देंगे।उत्तर प्रदेश पुलिस का यह कदम सोशल मीडिया पर सराहना बटोर रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले समय में हजारों युवा इस मुहिम से जुड़कर साइबर अपराध के खिलाफ एक मजबूत जनजाल तैयार करेंगे।