भाई राहुल गांधी के साथ बिहार के सीतामढ़ी स्थित जानकी मंदिर में करेंगी पूजा
सुपौल (बिहार),संवाददाता : कांग्रेस की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ मंगलवार को जैसे ही सुपौल पहुंची, यात्रा को नया मोमेंटम मिल गया। इस दौरान कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी भी यात्रा में शामिल हो गईं। प्रियंका गांधी, राहुल गांधी के साथ एक ही वाहन पर नजर आईं, जिसमें राजद नेता तेजस्वी यादव भी मौजूद थे। भीड़ ने इन नेताओं के स्वागत में सड़कों पर जमकर नारेबाजी की और जगह-जगह यात्रा का जोरदार स्वागत हुआ।
सीतामढ़ी में जानकी मंदिर में करेंगे दर्शन
प्रियंका गांधी 27 अगस्त को अपने भाई राहुल गांधी के साथ बिहार के सीतामढ़ी स्थित जानकी मंदिर में पूजा करेंगी। इसके बाद वे स्थानीय महिलाओं के साथ संवाद करेंगी। कांग्रेस इस कार्यक्रम को महिला वोटरों तक अपनी पहुंच के तौर पर देख रही है। हालांकि, विपक्ष इसे तीज पर्व के दौरान किया गया एक राजनीतिक कदम बता रहा है और सवाल उठा रहा है।
प्रियंका गांधी के साथ ये नेता भी शामिल
इस यात्रा में प्रियंका गांधी के साथ, राजद नेता तेजस्वी यादव, तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी, भाकपा माले नेता दीपांकर भट्टाचार्य, विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश सहनी जैसे INDIA गठबंधन के प्रमुख नेता भी शामिल हो रहे हैं। राहुल गांधी की इस यात्रा का यह नौंवा दिन है और अब प्रियंका की मौजूदगी इसे और अधिक धार दे सकती है।
महिला, युवा और सामाजिक न्याय—तीन स्तंभों की राजनीति
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि प्रियंका गांधी की एंट्री से यात्रा को “त्रिकोणीय सियासी पिच” मिल गई है। राहुल गांधी युवाओं और बेरोजगारी पर केंद्रित हैं, तेजस्वी यादव सामाजिक न्याय की बात कर रहे हैं। प्रियंका गांधी महिला सशक्तिकरण पर जोर देंगी । इस तिकड़ी के जरिए INDIA गठबंधन बिहार की राजनीति में नई हलचल पैदा करने की रणनीति पर काम कर रहा है।
धार्मिक राजनीति पर भी उठेंगे सवाल
गांधी परिवार के जानकी मंदिर में दर्शन को राजनीतिक पंडित एक बड़ा सियासी दांव मान रहे हैं। लंबे समय से राम मंदिर को लेकर गांधी परिवार पर आरोप लगते रहे हैं कि वे उससे दूरी बनाए रखते हैं। अब राहुल और प्रियंका द्वारा जानकी मंदिर में पूजा को इस मुद्दे की प्रतिक्रिया के रूप में भी देखा जा रहा है। कांग्रेस ने इस पर सफाई देते हुए कहा है कि, राम जन्मभूमि का ताला खुलवाने से लेकर मंदिर शिलान्यास तक, दोनों ही फैसले कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा लिए गए थे।