जातिसूचक गालियां और पत्नी से अभद्रता का आरोप
बाराबंकी, संवाददाता : देवा थाना क्षेत्र के ग्राम नई बस्ती कंजवारा में बारात के दौरान हुए विवाद ने गंभीर रूप ले लिया है। अनुसूचित जाति से आने वाले विनोद कुमार (32) पुत्र राम अवध ने विशेष न्यायालय एससी/एसटी एक्ट में प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया है कि 5 जून की रात गांव के ही लक्ष्मण प्रसाद, भोला, प्रमोद, रीता देवी, सोनम उर्फ सोना और दो अज्ञात व्यक्तियों ने लाठी-डंडों से हमला कर गाली-गलौज की।
पीड़ित का कहना है कि जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए आरोपियों ने उसके घर में घुसकर मारपीट की। बीच-बचाव करने आई पत्नी के साथ भी अभद्रता की गई। धौती खींचकर अपमानित करने का प्रयास किया गया और अश्लील इशारे किए गए। घटना के दौरान शोर सुनकर पहुंचे ग्रामीण अरुण और सिकंदर को भी धमकाते हुए पीटा गया।
विनोद कुमार का आरोप है कि उसने घटना की सूचना डायल 112 पर दी, पुलिस मौके पर भी आई, लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। बाद में थाना देवा में रिपोर्ट लिखाने पहुंचने पर विपक्षियों की ओर से झूठा बलात्कार का आरोप लगाकर प्रार्थना पत्र दे दिया गया। न्यायालय ने 4 जुलाई को उक्त प्रार्थना पत्र निरस्त कर दिया और पुष्टि की कि मामला बारात विवाद और मारपीट का ही है, लेकिन इसके बावजूद उसकी FIR दर्ज नहीं की गई। पीड़ित ने 13 जून, 23 जून और 8 जुलाई को एसपी व डीएम बाराबंकी को डाक के माध्यम से शिकायत भेजी, किंतु कार्रवाई नहीं हुई। अंततः विवश होकर उसने न्यायालय की शरण ली है। विनोद ने प्रार्थना पत्र में मांग की है कि उसकी FIR दर्ज कर नियमानुसार विवेचना कराई जाए।