15 जून से जारी प्रक्रिया में लखनऊ मंडल के अंतर्गत कुल 3232 नामांकन हुए हैं
लखनऊ,संवाददाता : विद्यालयी छात्रों के नवाचार को बढ़ावा देने वाली इंस्पायर अवार्ड मानक योजना में इस बार लखनऊ जिले का प्रदर्शन कमजोर रहा है। 15 जून से जारी नामांकन प्रक्रिया में लखनऊ मंडल के अंतर्गत कुल 3232 नामांकन हुए हैं, लेकिन इनमें लखनऊ जिला पांचवें स्थान पर आ गया है। यह स्थिति इसलिए हैरान करने वाली है क्योंकि बीते वर्षों में लखनऊ इस योजना में अग्रणी रहा है।
जिलों की स्थिति
रैंक | जिला | नामांकन की स्थिति |
---|---|---|
1 | उन्नाव | सर्वाधिक नामांकन |
2 | हरदोई | उल्लेखनीय प्रगति |
3 | सीतापुर | तीसरे स्थान पर |
4 | लखीमपुर खीरी | चौथे स्थान पर |
5 | लखनऊ | पिछली बार से गिरावट |
शिक्षा निदेशक ने जताई नाराजगी
गुरुवार को गूगल मीट के माध्यम से आयोजित बैठक में माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव ने लखनऊ के प्रदर्शन पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि “राजधानी में संसाधनों की कोई कमी नहीं है, फिर भी नामांकन कम होना चिंता का विषय है।” उन्होंने विद्यालय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने और छात्रों को प्रेरित करने के निर्देश दिए।
योजना का उद्देश्य
- इंस्पायर अवार्ड मानक योजना का उद्देश्य है छात्रों में विज्ञान व नवाचार के प्रति रुचि को बढ़ावा देना।
- छात्रों को प्रोजेक्ट प्रस्तुत करने का मौका मिलता है।
- चयनित छात्रों को पुरस्कार राशि और राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुति का अवसर मिलता है।
अधिकारियों की रणनीति
मंडलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार ने कहा कि नामांकन प्रक्रिया सामान्य रूप से चल रही है, लेकिन राजधानी का पिछड़ना वाकई चिंताजनक है। शेष समय में नामांकन सुधार के प्रयास होंगे। सभी स्कूलों को निर्देशित किया गया है कि समय पर नामांकन सुनिश्चित करें और छात्रों को सक्रिय रूप से प्रेरित करें।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
विशेषज्ञों का मानना है कि शहरी क्षेत्रों में सूचना की भरमार और व्यस्त दिनचर्या के कारण योजनाओं के प्रति जागरूकता में कमी आती है। यदि शिक्षक और विद्यालय प्रबंधन पहल करें, तो अंतिम समय में भी परिणामों में सुधार संभव है।