अब तक राज्य के 2046 बाढ़ प्रभावित गन्ना ग्रामों का भ्रमण कर रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है
लखनऊ,संवाददाता : जनपद के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में गन्ना समेत अन्य फसलों को कीट एवं रोगों से सुरक्षा प्रदान करने के लिए अब ड्रोन के माध्यम से रासायनिक दवाओं का छिड़काव कराया जाएगा। इस संबंध में गुरुवार को हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में अपर मुख्य सचिव (चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास) वीना कुमारी ने निर्देश जारी किए। बैठक में उन्होंने गन्ना उपायुक्तों और जिला गन्ना अधिकारियों (DCO) को आदेश दिए कि वे चीनी मिलों के प्रबंधकों, केन मैनेजरों और फील्ड स्टाफ के साथ समन्वय बनाते हुए प्रतिदिन क्षेत्रीय भ्रमण करें और फसलों पर ड्रोन से दवा छिड़काव सुनिश्चित कराएं।
237 हेक्टेयर में रेड रॉट, 3,349 हेक्टेयर में टाप बोरर का प्रकोप
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि विभागीय अधिकारियों द्वारा अब तक राज्य के 2046 बाढ़ प्रभावित गन्ना ग्रामों का भ्रमण कर रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है। इसमें गन्ने की किस्म को-0238 में 237 हेक्टेयर में रेड रॉट, 3,033 हेक्टेयर में पोक्का बोइंग, और 3,349 हेक्टेयर में टॉप बोरर रोग का प्रकोप पाया गया है। इन रोगों के नियंत्रण हेतु विशेष अभियान के तहत ड्रोन द्वारा दवा छिड़काव की योजना लागू की जा रही है, जिसमें किसानों को ड्रोन की उपलब्धता भी सुनिश्चित कराई जाएगी।म अपर मुख्य सचिव ने सभी चीनी मिल प्रबंधकों को निर्देशित किया कि वे बाढ़ प्रभावित गन्ना फसलों के संरक्षण हेतु जल निकासी के बाद ड्रोन से दवाओं का छिड़काव अनिवार्य रूप से कराएं। यह कार्य विभागीय समन्वय से सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने किसानों से अपील की है कि यदि उनकी गन्ना फसल में किसी प्रकार का कीट या रोग संक्रमण हो तो वे तुरंत विभाग के टोल-फ्री नंबर 1800-121-3203 पर संपर्क कर सहायता प्राप्त करें।