सदन में लगेगा एआई कैमरा, जल्द आएगा विधानसभा का पॉडकास्ट
लखनऊ,संवाददाता : उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि राज्य की हर विधानसभा का जल्द ही एआई आधारित डैशबोर्ड तैयार किया जाएगा। यह डैशबोर्ड आम जनता के लिए सूचनाओं का एक व्यापक स्रोत बनेगा, जिसमें विभागीय जानकारियों से लेकर क्षेत्रीय सामाजिक आंकड़े तक उपलब्ध रहेंगे। महाना ने आईएएनएस से विशेष बातचीत में बताया कि एआई तकनीक को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जा रहा है। पहले चरण में बुनियादी ढांचा और प्रशिक्षण कार्य पूरे हो चुके हैं। अब दूसरे चरण में विधानसभा से संबंधित समस्त डेटा एकत्र कर हर विधानसभा क्षेत्र के लिए अलग डैशबोर्ड तैयार किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अगले सत्र से विधानसभा में एआई कैमरे लगाए जाएंगे, जो न केवल विधायकों की उपस्थिति दर्ज करेंगे बल्कि उनके भाषणों की भी निगरानी करेंगे। इसके साथ ही, यूपी विधानसभा जल्द ही अपना पॉडकास्ट प्लेटफॉर्म शुरू करने जा रही है। इसमें रुचि रखने वाले विधायकों के साक्षात्कार और विचार उनके क्षेत्र की जनता तक पहुंचाए जाएंगे।
‘विजन 2047’ पर 24 घंटे से अधिक समय की विशेष चर्चा
विधानसभा अध्यक्ष ने जानकारी दी कि इस बार मानसून सत्र के दौरान, 13 अगस्त को ‘2047 में उत्तर प्रदेश कैसा हो’ विषय पर विशेष चर्चा आयोजित की जाएगी। यह चर्चा 24 घंटे से भी अधिक समय तक चलेगी, जिसमें सभी विधायकों से राज्य के दीर्घकालिक विकास के लिए सुझाव और योजनाएं आमंत्रित की जाएंगी।
विधायकों को मिलेंगे चिप वाले पास
तकनीकी सुधारों की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए, इस सत्र से सभी विधायकों को चिप युक्त पास प्रदान किए जाएंगे। इससे उनकी उपस्थिति, गतिविधि और आवागमन पर निगरानी रखी जा सकेगी। महाना ने कहा कि बीते कुछ वर्षों में विधानसभा की कार्य संस्कृति में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिला है।
25 करोड़ जनता का प्रतिनिधित्व, लक्ष्य – वैश्विक मान्यता
सतीश महाना ने कहा कि यूपी विधानसभा 25 करोड़ जनता का प्रतिनिधित्व करती है और इसे देश ही नहीं, बल्कि विश्व की सबसे प्रभावी विधानसभाओं में शामिल करना सरकार का उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि ई-विधान व्यवस्था को सफलतापूर्वक लागू करने पर केंद्र सरकार द्वारा प्रशस्ति पत्र भी प्राप्त हुआ है।