जहांगीराबाद क्षेत्र में सरकारी विद्यालय में उमस और तापमान की तपिश से मासूम छात्राएं बेहोश
बाराबंकी,संवाददाता : जिले में पड़ रही चिलचिलाती गर्मी और लगातार बढ़ती उमस अब स्कूली शिक्षा पर भारी पड़ने लगी है। जहांगीराबाद थाना अंतर्गत कटरा मोहिउद्दीनपुर स्थित राजकीय विद्यालय में शुक्रवार को गर्मी के चलते एक के बाद एक सात छात्राएं बेहोश होकर ज़मीन पर गिर पड़ीं। यह दृश्य देख स्कूल में हड़कंप मच गया और शिक्षकों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
पर्याप्त सुविधा का अभाव बना कारण
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्कूल की एक कक्षा में अत्यधिक भीड़ थी, जहां करीब 80 बच्चे एक साथ पढ़ाई कर रहे थे। वहां पर न तो पंखे ठीक से चल रहे थे और न ही हवा का कोई समुचित निकास। छात्राओं को दमघोंटू माहौल में पढ़ाई करनी पड़ रही थी, जिससे अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई।
स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती, एक रेफर
स्थिति बिगड़ते देख शिक्षकों ने तुरंत छात्राओं को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया। चिकित्सकों ने बताया कि एक छात्रा की हालत गंभीर थी, जिसे तुरंत जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। फिलहाल उसका इलाज जारी है।
पिछले सप्ताह की पुनरावृत्ति: जब तापमान बना खतरा
यह कोई पहली घटना नहीं है जब गर्मी के चलते बच्चों की तबीयत खराब हुई हो। इससे पहले बीते सप्ताह दर्जनों ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। तमाम स्कूलों में पंखे व पानी की अनुपलब्धता के चलते बच्चों को परेशानी उठानी पड़ी थी। इसके बाद डीएम ने संबंधित विद्यालयों को बिजली व पानी की समुचित व्यवस्था के निर्देश भी दिए थे।
अभिभावकों का आरोप: बच्चों की जान से हो रहा खिलवाड़
एक छात्रा के अभिभावक रामप्रवेश ने आरोप लगाया कि विद्यालय प्रबंधन ने न तो ठंडे पानी की व्यवस्था की और न ही कक्षा में हवा की कोई माकूल व्यवस्था की है। उनका कहना है कि भीषण गर्मी के बावजूद बच्चों से घंटों पढ़ाई करवाई जा रही थी, जिससे उनकी हालत बिगड़ गई।
प्रशासन से की गई सख्त कार्रवाई की मांग
स्थानीय नागरिकों और अभिभावकों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि स्कूलों में वेंटिलेशन, पंखों और पीने के पानी जैसी आधारभूत आवश्यकताओं की तुरंत व्यवस्था करवाई जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न दोहराई जाएं। वहीं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने भी मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।