प्लॉट बेचने के नाम पर बैंक अधिकारी दंपति से की ठगी, चेक भी निकला फर्जी
बाराबंकी,संवाददाता : जमीन दिलाने के नाम पर करीब 36 लाख रुपये की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीड़िता शिखा प्रकाश ने एसएसपी को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।
शिखा, जो कि कानपुर देहात के पुखराया कस्बे में कार्यरत हैं, ने आरोप लगाया कि उनके पति (जो नवी मुंबई में बैंक में कार्यरत हैं) सहित उनसे विपक्षी गौरव कुमार वर्मा, उसकी माता रामदेवी और अधिवक्ता नवल किशोर ने मिलकर षड्यंत्रपूर्वक फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से जमीन बेचने का झांसा देकर धोखाधड़ी की। फिलहाल मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर नगर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़िता के अनुसार, विपक्षी गौरव का मृतक भाई से गहरा संबंध था, और इसी भरोसे का फायदा उठाकर उसने एक प्लॉट देने के नाम पर 50 लाख रुपये की मांग की। इस पर शिखा व उनके पति ने आरटीजीएस व नकद रूप में किस्तों में करीब 36 लाख रुपये दिए। इसके बदले उन्हें ग्राम ज्योरी, तहसील नवाबगंज स्थित गाटा संख्या 206 की 1880 वर्गफीट जमीन का नकली बैनामा थमा दिया गया, जिसकी कीमत मात्र 16 लाख रुपये दर्शाई गई थी।
जब शेष धनराशि की वापसी या गारंटी मांगी गई तो गौरव की मां के हस्ताक्षर वाला ₹5 लाख का एक चेक दिया गया, जो फर्जी निकला। बाद में पता चला कि जिस प्लॉट की रजिस्ट्री उनके नाम की गई थी, वह पहले ही विपक्षी रामदेवी के नाम हो चुकी थी और उस गाटा में कोई जमीन बची ही नहीं थी। शिखा ने बताया कि 20 मई 2025 को उन्होंने थाना कोतवाली नगर में इस संबंध में शिकायत की थी, जहां जांच में आरोप सही पाए गए, बावजूद इसके अब तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। पीड़िता ने मांग की है कि विपक्षियों के खिलाफ तत्काल मुकदमा दर्ज कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई और इस तरह की ठगी का शिकार न हो।