ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली आपूर्ति और पारदर्शी परीक्षा आयोजन पर डीएम का विशेष जोर

बाराबंकी,संवाददाता : जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने सोमवार को विकास कार्यों और प्रशासनिक योजनाओं की गहन समीक्षा करते हुए लापरवाही पर सख्त तेवर दिखाए। विद्युत आपूर्ति, जल जीवन मिशन और आगामी आरओ/एआरओ परीक्षा को लेकर आयोजित बैठकों में डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए कि आमजन से जुड़ी योजनाओं में किसी भी तरह की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बिजली आपूर्ति में लापरवाही पर कसा शिकंजा
कलेक्ट्रेट स्थित लोकसभागार में हुई बैठक में डीएम ने ग्रामीण क्षेत्रों में कम से कम 18 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। फतेहपुर खंड में समय से ट्रांसफार्मर न बदले जाने और कुर्सी रोड पर खराब व्यवस्था को लेकर एक अवर अभियंता पर नाराजगी जताते हुए संबंधित जेई का वेतन रोकने और कारण बताओ नोटिस जारी करने के आदेश दिए। डीएम ने निर्देश दिया कि सभी उपकेंद्रों पर फोन कॉल्स रिसीव हों, ट्रिपिंग व ब्रेकडाउन की तत्काल मरम्मत की जाए।
जल जीवन मिशन में धीमी प्रगति पर डीएम की चेतावनी

जल निगम (ग्रामीण) द्वारा संचालित जल जीवन मिशन की समीक्षा में जिलाधिकारी ने कार्यों की धीमी गति पर नाखुशी जताई। उन्होंने निर्देश दिए कि निर्माण एजेंसियां अपनी मैनपावर बढ़ाकर तय समयसीमा में काम पूरा करें। अगली समीक्षा बैठक तक प्रगति न दिखाने वाली एजेंसियों के खिलाफ कार्यवाही की चेतावनी दी गई। जिले में 1581 गांवों में से 849 योजनाएं निर्माणाधीन हैं।
आरओ/एआरओ परीक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम
27 जुलाई को प्रस्तावित समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से कराने को लेकर डीएम ने सभी अधिकारियों को सतर्क किया। जिले के 23 परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी निगरानी, बायोमेट्रिक सत्यापन, डबल लेयर चेकिंग और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग जैसी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। परीक्षार्थियों को सुबह 8:45 बजे तक ही प्रवेश मिलेगा। एआई आधारित निगरानी के साथ परीक्षा केंद्रों पर फर्जीवाड़ा रोकने के कड़े प्रबंध किए गए हैं। बैठकों में मुख्य विकास अधिकारी अन्ना सुदन, जल निगम व विद्युत विभाग के अभियंता, जिला विद्यालय निरीक्षक ओपी त्रिपाठी समेत तमाम संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।