नक्सलियों की केंद्रीय कमेटी ने प्रेस नोट जारी कर स्वीकारा, 136 महिला नक्सली भी शामिल
बस्तर (छत्तीसगढ़),संवाददाता : छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में सक्रिय नक्सलियों की केंद्रीय कमेटी ने एक बड़ा खुलासा करते हुए स्वीकार किया है कि पिछले एक वर्ष में 357 माओवादी सुरक्षाबलों की कार्रवाई में मारे गए हैं। इनमें 136 महिला नक्सली भी शामिल हैं। यह जानकारी माओवादियों की ओर से जारी किए गए एक प्रेस नोट में दी गई है।
माओवादी संगठन की केंद्रीय कमेटी द्वारा यह पहली बार आधिकारिक रूप से माना गया है कि सुरक्षाबलों की लगातार हो रही सघन कार्रवाई के चलते उनके कैडर को भारी नुकसान हुआ है। इस कबूलनामे को सुरक्षा एजेंसियां माओवादियों की कमजोर होती स्थिति का संकेत मान रही हैं।
सुरक्षाबलों की रणनीति हुई कारगर
राज्य सरकार और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के संयुक्त अभियान के तहत बीते कुछ वर्षों में नक्सल विरोधी कार्रवाई तेज़ हुई है। ड्रोन निगरानी, तकनीकी खुफिया तंत्र और ज़मीनी नेटवर्क के सहारे सटीक कार्रवाई की जा रही है, जिसका परिणाम इस आंकड़े के रूप में सामने आया है।
महिला नक्सलियों की भी बड़ी संख्या में मौत
प्रेस नोट के अनुसार, मारे गए माओवादियों में 136 महिलाएं भी शामिल हैं, जो विभिन्न हथियारबंद दस्तों में सक्रिय थीं। सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि माओवादियों के लिए महिलाओं की भर्ती और उनका सक्रिय होना हमेशा से रणनीतिक रहा है, लेकिन अब यह रणनीति विफल होती नजर आ रही है।
प्रेस नोट में ‘शहीद सप्ताह’ मनाने का आह्वान
माओवादी संगठन ने इस प्रेस नोट में अपनी विचारधारा को दोहराते हुए कहा है कि उनके “कामरेडों की शहादत बेकार नहीं जाएगी” और संगठन 28 जुलाई से 3 अगस्त तक ‘शहीद सप्ताह’ मनाएगा। उन्होंने इस दौरान जनता से सहयोग की भी अपील की है।
प्रशासन ने किया अलर्ट जारी
प्रेस नोट के सामने आने के बाद राज्य की पुलिस और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को अलर्ट मोड में डाल दिया गया है। संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है और खुफिया गतिविधियों को भी तेज़ किया गया है। बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने कहा कि “नक्सलियों की यह स्वीकारोक्ति बताती है कि हमारी रणनीति सही दिशा में जा रही है। हम किसी भी प्रकार की हिंसा या प्रयास को रोकने के लिए तैयार हैं।”