देशभर में फैला धर्मांतरण गिरोह, नेपाल से लेकर दिल्ली-मुंबई तक नेटवर्क सक्रिय
लखनऊ,संवाददाता : धर्मांतरण रैकेट का सरगना जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा सिर्फ नेपाल की तराई तक ही सीमित नहीं था, बल्कि उसका नेटवर्क देश के कई राज्यों में फैला हुआ था। यूपी के बलरामपुर से लेकर दिल्ली, हरियाणा, बिहार, महाराष्ट्र, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल तक उसकी पकड़ थी। एटीएस ने अब तक की जांच में इन राज्यों के दर्जनों जिलों में धर्मांतरण के मामलों को चिन्हित किया है।
ईडी कर रही आर्थिक लेनदेन की गहन जांच
छांगुर गिरोह द्वारा स्थानीय स्तर से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक हुए फंडिंग के लेनदेन को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) सक्रिय है। सूत्रों के अनुसार, गिरोह को बड़ी मात्रा में विदेशी फंडिंग प्राप्त हो रही थी, जिसका उपयोग भारत के 579 हिंदू बहुल जिलों में सुनियोजित तरीके से धर्मांतरण फैलाने के लिए किया जा रहा था।
औरैया की युवती का सनसनीखेज खुलासा
औरैया की एक युवती ने आरोप लगाया है कि छांगुर बाबा और उसके सहयोगी मेराज अंसारी ने न केवल उसका जबरन धर्म परिवर्तन कराया, बल्कि यौन शोषण भी किया। युवती ने बताया कि 2019 में उसकी मां की मुलाकात कानपुर में एक युवक से हुई, जो खुद को रुद्र शर्मा बताता था। बाद में पता चला कि उसका असली नाम मेराज अंसारी है, जो छांगुर बाबा का करीबी है। उसने झूठ बोलकर युवती को फतेहपुर ले जाकर उसका जबरन निकाह कराया।
शादी के नाम पर चल रहा था धर्मांतरण का खेल
जांच में सामने आया है कि मेराज अंसारी ने अपने चचेरे भाइयों उमर, राजा उर्फ डॉ. अबू सईद अंसारी, छांगुर का भतीजा सबरोज, रशीद, और साले के बेटे शहाबुद्दीन व रमजान की शादी हिंदू लड़कियों से कराई। इन सभी मामलों में भी जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया।
1,000 युवकों की ‘लव-जिहाद स्क्वाड’
एटीएस को जांच में यह भी जानकारी मिली है कि छांगुर बाबा ने देशभर में 3,000 से अधिक युवकों को प्रशिक्षण देकर धर्मांतरण अभियान में लगाया। इनमें से 1,000 मुस्लिम युवकों को खास ‘लव-जिहाद स्क्वाड’ के रूप में तैयार किया गया, जिनका कार्य हिंदू लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाकर निकाह के जरिए धर्मांतरण कराना था।
देश विरोधी ताकतों से जुड़ रहे हैं तार
प्रवर्तन निदेशालय (ED) अब इस रैकेट के वित्तीय स्रोतों की जांच कर रही है। आशंका जताई जा रही है कि इस नेटवर्क को विदेशी संगठनों से आर्थिक मदद मिल रही थी, और इसके तार देश विरोधी गतिविधियों से भी जुड़े हो सकते हैं।
एटीएस और खुफिया एजेंसियों की सक्रियता बढ़ी
एटीएस ने इस गिरोह की जड़ तक पहुंचने के लिए अब तक कई गिरफ्तारियां की हैं, जिनमें दिल्ली और बदायूं से भी छांगुर के शिष्यों को पकड़ा गया है। पूछताछ में कई अहम जानकारियां सामने आई हैं, जिससे गिरोह के पूरे नेटवर्क की परतें खुल रही हैं।
























